योगी के निजी सहायक बनकर ठगी करने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मोबाइल फोन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निजी सहायक बताकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया.
![]() (फाइल फोटो) |
पुलिस प्रवक्ता ने शुक्रवार को लखनऊ बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ का निजी सहायक बताकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को मूलरुप से हरिद्वार (उतराखण्ड) निवासी अतीश कुमार मिश्रा, बस्ती निवासी हनुमान शुक्ला और गोण्डा निवासी राहुल उपाध्याय को अलीगंज से गिरफ्तार किया. उनके पास से ठगी में प्रयुक्त किया जाने वाला क्षतिग्रस्त मोबाइल फोन बरामद किया.
उन्होंने बताया कि पिछले काफी दिन से एसटीएफ को लखनऊ और आसपास के जिलों में मोबाइल फोन के माध्यम से महत्वपूर्ण पदो पर नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों और बहुचर्चित व्यक्तियों के मोबाइल फोन पर मुख्यमंत्री श्री योगी का निजी सहायक बनकर उन पर जॉच आदि के नाम पर अनुचित दबाव बनाकर धन वसूली करने वाला गिरोह सक्रिय है.
प्रवक्ता ने बताया कि इसे गंभीरता से लेते हुए सरकार ने इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी. उन्होंने बताया कि एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक आलोक सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने ठगी के एक प्रकरण में अलीगंज थाने में दर्ज मुकदमें के खुलासे के लिए लगाया गया. इस गिरोह द्वारा आर0के0 मिश्रा, उप श्रम आयुक्त, कानपुर मण्डल को मुख्यमंत्री का निजी सचिव बनकर फोन करके यह बताया कि सरकार द्वारा यह अपेक्षा की गयी है कि मैसर्स आर0एस0पी0एल0 ग्रुप, कानपुर के सभी प्रतिष्ठानों पर शुक्रवार को ही छापा मारकर कार्रवाई की जाये और कृत कार्रवाई से उन्हें अवगत कराया जाये. संदेह होने पर इस प्रकरण को जिलाधिकारी, कानपुर के संज्ञान में लाया गया.
उन्होंने बताया कि छानबीन के दौरान सम्बन्धित अधिकारी के मोबाइल पर मुख्यमंत्री का मोबाइल नम्बर ट्रू कौलर पर प्रदर्शित हो रहा था, जिसमें फर्जी नाम से आई0डी0 का प्रयोग किया जाना ज्ञात हुआ. इसी क्रम में प्रमुख सचिव, खाद्य एव औषधि द्वारा अवगत कराया गया था कि नमस्ते इंडिया दूध कम्पनी के सेम्पल लेकर उन्हें अनिवार्य रूप से फेल कराने के निर्देश मुख्यमंत्री का सन्दर्भ देकर उनके साथी अधिकारी शशि पाण्डेय के मोबाइल फोन पर दिये गये थे. इसपर भी मोबाइल नम्बर की आई0डी0 मुख्यमंत्री के नाम से प्रदर्शित हो रही थी.
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