मुस्लिम संगठन अयोध्या मुद्दे के समाधान में रोड़ा : स्वामी
वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को मुस्लिम संगठनों पर रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान में रोड़े अटकाने का आरोप लगाया और कहा कि इस मुद्दे के समाधान की आखिरी सीमा अप्रैल, 2018 है.
वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी (फाईल फोटो) |
स्वामी ने यह बयान तब दिया है जब एक दिन पहले मुस्लिम संगठन अयोध्या विवाद का अदालत के बाहर समाधान करने के शीर्ष अदालत के फैसले को संदेह की निगाहें से देखते नजर आए. उन्होंने कहा था कि अतीत में ऐसे प्रयास विफल रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा, \'सभी मुस्लिम पक्षों ने बुधवार को टीवी पर कहा कि यह (अदालत के बाहर समाधान) समय की बर्बादी है... केवल उच्चतम न्यायालय को ही सुनवाई करनी चाहिए. वे सुनवाई में रोड़े अटकाते हैं .... वे किसी तरह देरी करने की कोशिश कर रहे हैं.\'
उन्होंने कहा कि यह मामला शीर्ष अदालत के सामने साढ़े छह सालों से लंबित है लेकिन एक भी सुनवाई नहीं हुई है.
स्वामी ने कहा, \'या तो उच्चतम न्यायालयों के न्यायाधीशों की मध्यस्थता में हम किसी हल तक पहुंचे या फिर रोजाना सुनवाई हो. और यदि वे (मुस्लिम पक्ष) स्थगन के जरिए इसे टालने की कोशिश करते हैं तो उसकी आखिरी सीमा अप्रैल, 2018 है.\'
पांच राज्यों में हाल के विधानसभा चुनावों में प्रभावी प्रदर्शन करने के बाद भाजपा को राज्यसभा में बहुमत मिलने की संभावना है जो मंदिर निर्माण के लिए कानून लाने का मार्ग प्रशस्त करेगा.
विश्व हिंदू परिषद समेत कुछ दक्षिणपंथी संगठन मंदिर निर्माण के लिए कानून लाने पर जोर दे रहे हैं.
उच्चतम न्यायालय ने कल यह टिप्पणी करते हुए रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का अदालत के बाहर समाधान करने का सुझाव दिया था कि धर्म एवं भावनाओं के मुद्दे बातचीत के माध्यम से ही सुलझाए जा सकते हैं.
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