...तो फिर कहेंगे बोलता है: अमर सिंह
मुलायम सिंह यादव के साथ खड़े रहने का दावा करते रहे राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने रविवार को कहा कि नेता जी ने बेटे को स्थापित करने के चक्कर में मुझे अकेला छोड़ दिया.
राज्यसभा सांसद अमर सिंह (फाइल फोटो) |
उन्होंने कहा कि पार्टी से निकाले जाने के बाद वह 'खुला सांड' हो गए हैं, जिसे हरे-भरे चारागाह की तलाश है. मैं तो पार्टी से निष्कासित हूं, कुछ भी बोलने के लिए आजाद हूं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह हमेशा से 'मुलायमवादी' रहे हैं, लेकिन अफसोस जताया कि अब मुलायम भी 'अखिलेशवादी' हो गए हैं. सांसद ने कहा कि उन्हें, मुलायम और शिवपाल यादव को अखिलेश ने 'वनवास' पर भेज दिया है.
सपा से निष्कासित नेता अमर सिंह रविवार को वाराणसी पहुंचे. वह यहां अपने गुरु से मिलने गढ़वा मठ गए. उन्होंने पहली बार मुलायम पर भी नाराजगी जताते हुए कहा, 'उन्होंने मुझे अकेला छोड़ दिया. लेकिन मैं नायक नहीं खलनायक हूं. मुलायम सिंह का कुर्ता-पयजामा भी साथ हो तो मैं उनके साथ रहूंगा.'
अखिलेश से डर नहीं : अमर ने कहा, 'अमर सिंह ने वहां झगड़ा करा दिया, अमर सिंह ने यहां महाभारत करा दी. समाजवादी पार्टी से मेरा दूर-दूर तक रिश्ता नहीं है. मैं निष्काषित व्यक्ति हूं. मुलायम सिंह जी ने भले समर्पण कर दिया हो. हम तो अलग-थलग पड़े हैं. हम मुलायम सिंह जी के प्रति अंतिम दिन तक निष्ठावान थे, ये मेरा अपराध है. लेकिन, हम अखिलेश के शत्रु नहीं हैं. उनके विरु द्ध हमने एक शब्द नहीं कहा.' 'अभी मैं संयम होकर बोल रहा हूं और जब बोलूंगा तब लोग कहेंगे कि बोलता है. हमारे बोलने करने का इंतजार कीजिए, क्योंकि नायक नहीं खलनायक है अमर सिंह, जुल्मी बड़ा दुखदायक है.'
रामगोपाल मुझे मरवा देंगे : अमर सिंह ने आगे कहा, 'रामगोपाल ने बयान दिया कि यूपी में आएं और सुरक्षित लौटकर जाएं. मैं आज यहां आया हूं, आश्रम में आया हूं. ये यादवों की पीठ है. मैं केंद्र सरकार का धन्यवाद देता हूं कि जो उसने हमें इतनी सुरक्षा दी है कि मैं बनारस से वापस चला जाऊंगा.' अमर सिंह ने कहा, 'मैं रामगोपाल के टारगेट पर हूं.'
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