मेरी पार्टी और मेरा परिवार एकजुट है, सब ठीक है: मुलायम

Last Updated 25 Oct 2016 09:04:20 PM IST

अपने परिवार और पार्टी में सामने आए गहरे मतभेद के बावजूद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने यह जताने की पुरजोर कोशिश की कि पार्टी और परिवार में सब ठीक है.


सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव
 
हालांकि, वह यह नहीं बता सके कि उनके भाई शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश कैबिनेट में फिर से शामिल किया जाएगा कि नहीं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले दिनों शिवपाल को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था. 
     
मंगलवार को मुलायम ने लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पार्टी और परिवार एकजुट है.’’ संवाददाता सम्मेलन में मुलायम के साथ शिवपाल और बर्खास्त किए गए तीन अन्य मंत्री भी थे. हालांकि, मुख्यमंत्री अखिलेश की गैर-मौजूदगी को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जाती रहीं. 
     
सोमवार को हुई सपा की एक बैठक में हैरंतअंगेज वाकये पेश आने के बाद मंगलवार को मुलायम जिस वक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, उसी वक्त अखिलेश और शिवपाल के समर्थक पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. 
     
मुलायम ने कहा कि सपा 2012 में उत्तर प्रदेश की सत्ता में सिर्फ उनकी वजह से आई थी और फिर भी उन्होंने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया. बहरहाल, उन्होंने विधानसभा चुनाव से चंद महीनों पहले खुद मुख्यमंत्री बनने की बात से इनकार किया. 
     
सपा सुप्रीमो ने कहा, ‘‘मेरी पूरी जिंदगी लोगों के कल्याण के लिए समर्पित रही है और उनके लिए काम करना जारी रखूंगा.’’ 
     
मुलायम ने सपा सांसद अमर सिंह का जोरदार बचाव करते हुए सवाल किया, ‘‘इन मामलों में उन्हें क्यों घसीटना?’’ 
     
गौरतलब है कि अखिलेश का धड़ा परिवार में सामने आई मुश्किलों के लिए अमर सिंह को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है.
     
जल्दबाजी में बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘मेरा परिवार और मेरी पार्टी एकजुट है. सारे कार्यकर्ता एकजुट हैं. कुछ साजिश करने वाले लोग हैं, जिनके पास कोई जनाधार नहीं है.’’ 
     
मुलायम ने कहा, ‘‘हमारे नेताओं में कोई मतभेद या मनभेद नहीं है.’’ 
     
यह पूछे जाने पर कि क्या शिवपाल और अन्य बर्खास्त मंत्रियों को अखिलेश कैबिनेट में फिर से शामिल किया जाएगा,

 उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह मुख्यमंत्री पर छोड़ता हूं...आप उनसे सवाल करें कि उन्होंने उन्हें मंत्री क्यों बनाया और फिर बर्खास्त क्यों कर दिया.’’ 
     
एक सवाल का जवाब देते हुए मुलायम ने कहा, ‘‘मैं एक भी विवादित बयान नहीं दूंगा. आप जो भी चाहें सवाल करें.’’
     
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने बेटे अखिलेश को मुख्यमंत्री पद से हटाकर खुद मुख्यमंत्री बनेंगे, इस पर सपा सुप्रीमो ने कहा, ‘‘अब मैं ऐसा करने के बारे में क्यों सोचूंगा जब कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.’’ 
     
उन्होंने कहा कि नवंबर या दिसंबर में आदर्श आचार संहिता लागू होगी और सरकार स्वतंत्र होकर काम नहीं कर पाएगी. 
     
साल 2017 के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सपा सुप्रीमो ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है. पहले हमें बहुमत हासिल करने दीजिए और तब निर्वाचित जनप्रतिनिधि अपना मुख्यमंत्री चुनेंगे. अभी अखिलेश मुख्यमंत्री है, क्या इससे किसी को कोई दिक्कत है?’’ 
     
अखिलेश का समर्थन कर रहे अपने चचेरे भाई रामगोपाल यादव के कुछ बयानों पर मुलायम ने कहा, ‘‘मैं अब उसे कोई अहमियत नहीं देता.’’ 
     
रामगोपाल को सपा से निकाला जा चुका है. 
     
दागी मंत्री गायत्री प्रजापति के अलावा मंत्री पद से बर्खास्त किए गए ओम प्रकाश सिंह, नारद राय और सैयदा शादाब फातिमा भी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे.
     
इससे पहले, दिन में शिवपाल दांतों में दर्द से जूझ रहे मुलायम से मिलने उनके आवास पर गए. इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री भी वहां पहुंचे. 
     
उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी और मुलायम परिवार में सब ठीक है. मैं नेताजी (मुलायम) के साथ हूं . जो भी निर्देश दिए जाएंगे, हम उनका पालन करेंगे.’’ 
     
शिवपाल यहां सपा मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे.
     
राज्य सपा मुख्यालय के बाहर एक बार फिर तनाव बढ़ गया जब शिवपाल और अखिलेश के समर्थक अपने-अपने नेताओं के पक्ष में नारे लगा रहे थे. 
     
दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच हुई झड़पों के मद्देनजर सपा के केंद्रीय कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा. 
     
विक्रमादित्य मार्ग की तरफ जाने वाली सड़कों पर मंगलवार सुबह घेराबंदी कर दी गई थी. विक्रमादित्य मार्ग पर ही सपा का कार्यालय है. 
 
                        
 

भाषा


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