मुलायम की सुलह की कोशिश नाकाम, गले मिलने के बाद भिड़े अखिलेश और शिवपाल

Last Updated 24 Oct 2016 09:27:29 AM IST

समाजवादी पार्टी में चल रही कलह सोमवार को उस वक्त खत्म होती सी दिख रही थी जब अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एक दूसरे के गले मिले. लेकिन अचानक दोनों आपस में भिड़ गए और नौबत हाथापाई तक आ गई.

  • 16:02 : आशु मलिक ने कहा, मेरे साथ बदसलूकी नहीं हुई
  • 12:56 : मुलायम सिंह ने कहा, अखिलेश को नहीं हटाया जाएगा
  • 12:22 : सुरक्षाकर्मियों ने दोनों में बीच बचाव करवाया
  • 12:21 : गले मिलने के बाद मुलायम के सामने ही अखिलेश शिवपाल में बहसबाजी हुई और मंच पर ही दोनों में हाथापाई की नौबत आ गई.
  • 11:59 : मुलायम ने अखिलेश से कहा, शिवपाल तुम्हारे चाचा हैं, उनके गले मिलो
  • 11:51 : मुलायम ने गायत्री प्रजापति का बचाव करते हुए कहा, गायत्री गरीब परिवार से हैं
  • 11:43 : मुलायम ने कहा, मैं और शिवपाल कभी अलग नहीं हो सकते. शिवपाल और अमर सिंह के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता.
  • 11:41 : अमर सिंह का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि अमर सिंह मेरा भाई है. उन्होंने कई बार मेरा साथ दिया है. अमर सिंह नहीं बचाते तो मुझे सजा हो जाती.
  • 11:31 : मुलायम ने कहा, समाजवादी पार्टी टूट नहीं सकती.
  • 11:22 : उन्होंने कहा, ये न समझें कि नौजवान मेरे साथ नहीं हैं. एक इशारे पर नौजवान खड़े हो जाएंगे.
  • 11:21 : उन्होंने कहा, शिवपाल यादव आम जनता के नेता हैं. कई नेताओं ने चापलूसी को धंधा बना लिया है. मैं अभी कमजोर नहीं हुआ हूं.
  • 11:18 : मुलायम ने अखिलेश को फटकार लगाते हुए कहा, जो बड़ा नहीं सोच सकता वह नेता नहीं बन सकता. पद मिलते ही आपका दिमाग खराब हो गया.
  • 11:15 : उन्होंने कहा, इस वक्त ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं. जो आलोचना सह सकते हैं वही रह सकते हैं. हम कमजोरी दूर करने के बजाय लड़ने लगे.
  • 11:09 : बैठक में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने कहा कि मैं पार्टी में तनातनी से आहत हूं. मैंने पार्टी बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया है. हमने लाठियां खाई हैं. जो उबल रहे हैं वे एक लाठी झेल नहीं पाएंगे. हम पार्टी के लिए जेल भी गए.
  • 11:06 : शिवपाल ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश का नेतृत्व नेताजी संभालें. हम 2017 का चुनाव नेताजी के नेतृृत्व में लड़ना चाहते हैं.
  • 11:03 : बैठक में मुलायम को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठी
  • 10:58 : उन्होंने कहा कि कई लोग अमर सिंह के पैरों के धूल के बराबर भी नहीं हैं और नारे लगाने से सरकार नहीं चलेगी.
  • 10:58 : शिवपाल ने कहा, रामगोपाल की दलाली नहीं चलेगी. दलाल लोग पार्टी से बाहर जाएं.
  • 10:52 : उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे अध्यक्ष बनने पर मेरे साथ क्या हुआ
  • 10:51 : शिवपाल ने कहा, मैं बेटे की कसम खाकर कहता हूं कि अखिलेश ने अलग दल बनाने की बात कही.
  • 10:45 : उन्होंने कहा कि गांव-गांव में नताजी की चिट्ठियां बांटीं. बोलते-बोलते शिवपाल भी भावुक हुए. उन्होंने कहा क्या सरकार में मेरा कोई योगदान नहीं है.
  • 10:42 : बैठक में शिवपाल यादव ने कहा, पार्टी बनाने में मैंने नेताजी का साथ दिया. हम लोग साइकिल पर गांव-गांव जाते थे. पार्टी के लिए मैंने बहुत संघर्ष किया है. तीन-तीन महीने साइकिल चलाता रहा.
  • 10:33 : उन्होंने कहा कि इस पार्टी में मेरा कुछ भी नहीं है. ये पार्टी नेताजी की है. मैंने उसे ही आगे बढ़ाया है.
  • 10:29 : उन्होंने कहा कि मैं इस्तीफा देने को तैयार था. मुझे कहते तो मैं इस्तीफा दे देता.
  • 10:28 : अखिलेश ने कहा, कुछ लोग साजिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी.
  • 10:27 : बोलते-बोलते भावुक हुए अखिलेश यादव. उन्होंने कहा, मैं नेताजी के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बना.
  • 10:26 : उन्होंने कहा, नेताजी और शिवपाल दोनों से ही बात करना है. मैंने पूरे समय जनता के लिए काम किया. चुनाव में टिकट मैं ही बांटूंगा.
  • 10:22 : अखिलेश ने कहा कि मुलायम सिंह यादव मेरे पिता हैं. मेरे गुरू हैं.
  • 10:21 : अखिलेश ने बैठक में बोलना शुरू किया. उन्होंने कहा कि कई लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं. मैं नई पार्टी क्यों बनाऊंगा?
  • 10:20 : शिवपाल ने कहा कि जो पार्टी से निकाले गए वे भ्रष्ट थे.
  • 10:20 : सपा की बैठक शुरू. अखिलेश ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने को कहा.
  • 10:12 : रामगोपाल यादव ने कहा, अखिलेश अपने आप में पार्टी हैं.
  • 10:11 : शिवपाल यादव पार्टी दफ्तर पहुंचे. अखिलेश यादव भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे.
  • 10:10 : बैठक शुरू होने से पहले सपा ऑफिस के बाहर अखिलेश और शिवपाल के समर्थक आपस में भिड़े.
  • 10:09 : सपा सुप्रीम मुलायम सिंह यादव ने बुलाई बैठक. थोड़ी देर में बैठक शुरू होने वाली है.

मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव और अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

दरअसल, पार्टी ऑफिस में हुई बैठक में मुलायम सिंह यादव ने पहले अखिलेश यादव को जमकर फटकार लगाई और फिर चाचा से गले भी मिलवाया.लेकिन गले मिलने के कुछ ही देर बाद दोनों मंच पर ही भिड़ गए.

शिवपाल ने मंच पर ही अखिलेश पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. साथ ही शिवपाल ने अखिलेश से माइक छीन लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने आशु मलिक को धक्का दे दिया, जिन्हे मुलायम सिंह यादव ने बचाया. 

शिवपाल और अखिलेश के बीच बहसबाजी से होते-होते नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने दोनों में बीच-बचाव कराया. इसके बाद अखिलेश बैठक से बाहर निकल गए. 

इससे पहले बैठक में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने कहा कि मैं पार्टी में तनातनी से आहत हूं. मैंने पार्टी बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया है. हमने लाठियां खाई हैं. आपातकाल के दौरान जेल भी गया हूं. लेकिन जो आज उबल रहे हैं वे एक लाठी झेल नहीं पाएंगे. 

उन्होंने कहा, इस वक्त ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं. जो आलोचना सह सकते हैं वही रह सकते हैं. हम कमजोरी दूर करने के बजाय लड़ने लगे.

मुलायम ने अखिलेश को फटकार लगाते हुए कहा, आलोचनाओं से जो बड़ा नहीं सोच सकता वह नेता नहीं बन सकता. पद मिलते ही आपका दिमाग खराब हो गया.

उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव ने जनता के बीच काफी काम किया है. वह सच्चे मायने में जनता के नेता हैं. उनको सही बात मालूम है. कुछ लोग आलोचनाओं से गुस्से में आ जाते हैं लेकिन उन्हें आलोचनाओं को स्वीकार करना चाहिए.

उन्होंने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर भी शिवपाल का बचाव किया. उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी का परिवार एक सम्मानित परिवार रहा है. ऐसे लोगों को जोड़ने से फायदा होगा.

अमर सिंह का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि अमर सिंह मेरा भाई है. उन्होंने कई बार मेरा साथ दिया है. अमर सिंह नहीं बचाते तो मुझे सजा हो जाती.

उन्होंने कहा, मैं अभी कमजोर नहीं हुआ हूं. और ये मत समझिए कि नौजवान मेरे साथ नहीं हैं. एक इशारे पर नौजवान खड़े हो जाएंगे.

मुलायम ने कहा कि पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्हें बाहर किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कभी टूट नहीं सकती.

इससे पहले बैठक की शुरूआत में बोलते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उसके बाद शिवपाल यादव भी भावुक हो गए.

मैं नई पार्टी क्यों बनाऊंगा: अखिलेश

अखिलेश ने बैठक में कहा कि कई लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं कि मैं नई पार्टी बनाऊंगा लेकिन मैं ऐसा क्यों करूंगा?

अखिलेश ने कहा कि मुलायम सिंह यादव मेरे पिता हैं. मेरे गुरू हैं. मैं उनके आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बना. इस पार्टी में मेरा कुछ भी नहीं है. ये पार्टी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की है और मैंने उसे ही आगे बढ़ाया है.

अखिलेश ने कहा, कुछ लोग साजिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी.

उन्होंने कहा, नेताजी और शिवपाल दोनों से ही बात करना है. मैंने पूरे समय जनता के लिए काम किया. चुनाव में टिकट मैं ही बांटूंगा.

उन्होंने कहा कि नेताजी अगर मुझे इस्तीफा देने के लिए कहेंगे तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.

बेटे की कसम खाकर कहता हूं कि अखिलेश ने अलग दल बनाने की बात कही: शिवपाल

बैठक में शिवपाल यादव ने कहा कि पार्टी बनाने में मैंने नेताजी का साथ दिया. पार्टी के लिए मैंने बहुत संघर्ष किया है. मैं साइकिल पर गांव-गांव जाता था. तीन-तीन महीने साइकिल चलाता रहा. गांव-गांव में नेताजी की चिट्ठियां बांटीं.

बोलते-बोलते शिवपाल यादव भी भावुक हो गए. उन्होंने कहा क्या सरकार में मेरा कोई योगदान नहीं है. नेताजी ने मेरे काम को सराहा है. मेरे अधीनस्थ विभाग ने अच्छा काम किया है.

उन्होंने अखिलेश पर सीधा हमला करते हुए कहा कि लेकिन मेरे साथ क्या हुआ? मुझे बाहर निकाल दिया गया.

उन्होंने अखिलेश के नई पार्टी गठन की बात से इनकार करने के की बात पर कहा, मैं बेटे की कसम खाकर कहता हूं कि अखिलेश ने अलग दल बनाने की बात कही थी.

अमर सिंह पर उंगली उठाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि कई लोग अमर सिंह के पैरों के धूल के बराबर भी नहीं हैं और नारे लगाने से सरकार नहीं चलेगी.

उन्होंने कहा कि नेताजी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की बागडोर संभालनी चाहिए.

वहीं बैठक शुरू होने से पहले पार्टी कार्यालय के बाहर अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के समर्थकों का जमावड़ा लग गया. इस दौरान समर्थकों में मारपीट भी हुई.

फिलहाल सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आज की बैठक में क्या और कड़े फैसले लेते हैं.

आगे जानिए इससे जुड़े पल पल के अपडेट....

 

समयलाइव डेस्क


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