सपा में सुहल की कोशिशें तेज, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने की मुलायम से मुलाकात

Last Updated 22 Oct 2016 02:05:17 PM IST

समाजवादी पार्टी में चल रही वर्चस्व की लड़ाई से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में बेचैनी बढ़ गई है. इसी बेचैनी के बीच शनिवार को कई वरिष्ठ नेताओं ने सपा के संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की.


मुलायम सिंह यादव (फाइल फोटो)

मुलाकात करने वालों में बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह, माता प्रसाद पाण्डेय, किरणमय नंदा, आशु मलिक और नरेश अग्रवाल मुख्य रूप से शामिल थे.

इन नेताओं को हालांकि भरोसा है कि पार्टी टूटेगी नहीं लेकिन वे चाहते हैं कि सब कुछ जल्द से जल्द से पूर्ववत हो जाये. विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने यादव से मुलाकात करने के बाद कहा कि जल्द ही सब ठीक हो जायेगा.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि मीडिया में आ रही खबरों से मूल कार्यकर्ता आहत हैं लेकिन सभी को विश्वास है कि पार्टी में कोई टूट नहीं होगी.

वर्मा ने कहा कि नेताजी पार्टी के सर्वेसर्वा हैं तो अखिलेश भविष्य के चेहरे. यह सभी को मानना पड़ेगा क्योंकि हकीकत यही है. उन्होंने कहा कि यादव परिवार को वह चार दशकों से जानते हैं. बड़ी-बड़ी समस्याओं को वह परिवार बैठकर हल कर लेता है. यह समस्या भी निपट जायेगी. नेताजी के रहते हुए पार्टी के टूटने का कोई सवाल ही नहीं उठता.

पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता और नगर विकास मंत्री मो आजम खां ने भी कहा कि नेताजी के रहते किसी को चिन्तित होने की जरूरत नहीं है. नेताजी का राजनीतिक कद बहुत बड़ा है. वह जिससे जो कह देंगे, उसे मानना ही पड़ेगा. वह पार्टी के सब कुछ हैं. उनको नजरंदाज करने वाले वाले को कार्यकर्ता किनारे कर देंगे.

उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने तो साफ कह दिया है कि पार्टी सत्ता में आयी तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव होंगे. पार्टी हित में वह कोई भी पद छोड़ने को तैयार हैं तो अब विवाद कैसा रह गया. मीडिया इसे अनावश्यक तूल दे रही है.

पार्टी उपाध्यक्ष किरनमय नन्दा ने कहा कि सब कुछ साफ है. नेताजी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो शिवपाल सिंह यादव प्रदेश अध्यक्ष. अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हैं और भविष्य में वह इसी पद के लिए पार्टी के चेहरे भी रहेंगे. विवाद तो कहीं है ही नहीं. उन्होंने मीडिया से संयम बरतने की अपील की.

नन्दा ने कहा, अभी कोई कैसे कह सकता है कि मुख्यमंत्री पांच नवम्बर को पार्टी की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर मनाये जा रहे रजत जयन्ती समारोह में शामिल नहीं होंगे. वह समारोह में आयेंगे. उन्होंने कहा कि रजत जयन्ती समारोह से दो दिन पहले मुख्यमंत्री का विकास यात्रा निकालने का निर्णय किसी दृष्टि से गलत नहीं है. संगठन अपना काम कर रहा है और सरकार अपना.

नन्दा ने पार्टी में टूट की सम्भावना को सिरे से खारिज किया और कहा कि अखिलेश यादव सरकार जनता की भलाई के लिए बहुत अच्छा काम कर रही है. उन्होंने संकेत दिया कि मुख्यमंत्री अपनी या को स्थगित कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने यह नहीं कहा कि या यदि स्थगित हुई तो कब शुरू होगी.

उन्होंने कहा कि यह सभी जानते हैं कि नेताजी ने पार्टी को बड़े संघर्ष के बाद इस मुकाम तक पहुंचाया है. कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे पार्टी का नुकसान हो.
इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कट्टर समर्थक और राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री से शनिवार को जिलाध्यक्षों के साथ औपचारिक बैठक हुई है इसे किसी अन्य रूप में नहीं लिया जाना चाहिए.

नन्दा ने कहा कि इस तरह की खबरें आ रही हैं कि पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव द्वारा 24 अक्टूबर को बुलायी गयी विधायकों और सांसदों की बैठक के ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने बैठक बुलायी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से तो विधायक, सांसद मिलते ही रहते हैं. इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए. पार्टी एक है और एक रहेगी.

 

 

वार्ता


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