बीएचयू उप कुलसचिव पर हमले से खौफ एवं तनाव का माहौल, बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात

Last Updated 01 Oct 2016 10:25:19 PM IST

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के उप कुलसचिव डॉ. संजय कुमार यादव पर आज उनके कार्यालय में जानलेवा हमले के बाद विश्वविद्यालय परिसर में फैले खौफ और तनाव के माहौल के मद्देनजर यहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.


बीएचयू (फाइल फोटो)

जिलाधिकारी विजय किरण आनंद एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि सहित कई आला अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया तथा सुरक्षाकर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं.

पुलिस प्रवक्ता ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा करते हुए कहा कि एहतियातन विशेष निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि बीएचयू के बिड़ला छात्रावास के चार कमरों में अराजक तत्वों द्वारा अवैध तरीके से अपना आवास बनाने की जानकारी मिलने के बाद तत्काल छोपे मारी की गई तथा कमरों को सील कर दिया गया है.
        
घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे कुलहरि ने संवाददाताओं को बताया था कि हमले के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन देर शाम पुलिस प्रवक्ता ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी से इनकार किया है.       

उधर, विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक प्रेस विज्ञपति जारी कर कहा कि बिड़ला-सी छावास के चार कमरों में संदिग्ध लोग रहते थे, इसी वजह से कमरों को सील किया गया. विज्ञपति के मुताबिक, विश्वविद्यालय प्रशासन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को चिन्हित कर रहा है. प्रशासन का कहना है कि चिन्हित करने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

संदिग्ध लोगों द्वारा छावास के चार कमरों को आवास बनाने के मामले में विश्वविद्यालय की कथित अनदेखी सवालों के घेरे में है. सूत्रों ने बताया कि बार-बार हिंसक घटनाओं को अंजाम देने वालों के प्रति विश्वविद्यालय प्रशासन की नरमी से यहां स्थिति विस्फोटक बनती जा रही है, जो कभी भी कोई बड़ी घटना का कारण बन सकती है. 



सूत्रों ने बताया कि बीएचयू के सरसुंदर लाल चिकित्सालय के विश्राम कुटीर भुवालका धर्मशाला में एक युवती के नाम पर नाजायज तरीके से कमरा आवंटित करने से इनकार करने पर 24 युवकों ने उन पर जानलेवा हमला किया. हमलावरों में ज्यादातर बीएचयू के वर्तमान एवं पूर्व छात्र शामिल बताये जाते हैं.

डॉ. यादव का बचाव करने पर वहां मौजूद सहायक कुलसचिव मनोज कुमार गुप्ता एवं अन्य कर्मचारियों के साथ भी शररती तत्वों ने मारपीट की. इससे पहले युवकों ने कार्यालय में जमकर तोड़ाफोड़ की. शीशे, गमले, कंप्यूटर सहित कार्यालय में तमाम जरूरी उपकरण तोड़ दिये गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. हमलावर मौके से फरार हो गए थे.

उप कुलसिचव डॉ. यादव बगल के कमरे में स्थित सर सुंदर लाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक ओ.पी. उपाध्याय सहित अन्य आला अधिकारी अपने कार्यालयों से भाग गए. एहतियातन उनके कार्यालयों में ताला लगा दिया गया. हमले से उत्पन्न तनाव को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा निगरानी बढ़ा दी गई है. जगह-जगह बीएचयू के सुरक्षा कर्मियों के अलावा स्थानीय पुलिस को तैनात किया गया है.

हालांकि, बीएचयू के प्रवक्ता ने बताया कि प्रियंका राय नामक मरीज को कमरा आवंटित करने के लिए अधूरा आवेदन पत्र जमा कराने की जिद के चलते विवाद शुरु हुआ, जिसने बाद में  हिंसक रूप ले लिया. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.

 

 

वार्ता


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