परिवारवाद और जातिवाद को छोड़ विकासवाद की राह पकड़े उत्तर प्रदेश की जनता: मोदी

Last Updated 22 Jul 2016 03:04:23 PM IST

सपा और बसपा पर निशाना साधने हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की जनता से परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति को छोड़ विकासवाद को अपनाने का आह्वान किया.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत पर निशाना साधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा और बसपा दोनो को आड़े हाथ लेते हुए राज्य की जनता से परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति को तिलांजलि देकर सिर्फ विकासवाद को अपनाने का आह्वान करते हुए केन्द्र की तरह सूबे में भी भाजपा की सरकार बनाने का आह्वान किया.

 प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में एम्स का शिलान्यास और उर्वरक फैक्ट्री के पुनरुद्घार कार्य की शुरुआत करने के बाद आयोजित रैली में उत्तर प्रदेश की जनता को विकास का न्यौता दिया और कहा कि बाकी हर पार्टी की झोली भरने के बावजूद खाली हाथ बैठी जनता का भला केवल विकास से ही होगा.
      
उन्होंने कहा, "परिवार की राजनीति और जातिवाद की राजनीति बहुत हो चुकी. अपने परायों का खेल बहुत हो चुका. आपने हर किसी की झोली भरके देखा, क्या आपकी झोली भरी, नौजवानों, किसानों का भला हुआ क्या.’’
       
मोदी ने कहा,’’ अब समय आ गया है...सोचिये, यह जातिवाद और परिवारवाद का जहर यूपी का भला नहीं करेगा. सिर्फ विकासवाद ही आपका भला करेगा, विकास की राजनीति ही आपका भला करेगी. मैं आपको विकास के लिये निमंत्रण देने आया हूं. जैसे मुझे आशीर्वाद दिया, आगे भी दीजिये. जिस तरह दिल्ली में आपने आपके लिये दौड़ने वाली सरकार दी है, उसी तरह उत्तर प्रदेश में भी आपके लिये दौड़ने वाली सरकार बनाइये.’’
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट में सात हजार करोड़ रुपये आबंटित किए हैं. राशि जैसे-जैसे खर्च की जाएगी, वैसे-वैसे यह मिलती रहेगी. दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार अब तक सिर्फ 2850 करोड़ रुपये ही ले सकी है, क्योंकि उसके पास काम करने की ताकत नहीं है. जो सरकार आपके आरोग्य के लिये काम न करती हो, तो इससे आपको कभी स्वास्थ्य नहीं मिल सकता. लखनऊ में भी ऐसी सरकार हो जो आपके लिये दौड़ने वाली हो.
      
पूर्वांचल में प्रचलित भोजपुरी बोली से अपने सम्बोधन की शुरुआत करने वाले मोदी ने कहा कि उनका शुरू से ही मानना रहा है कि अगर भारत का विकास करना है तो हमें विकास का यह रथ दो पहियों पर चलाना पड़ेगा. एक पहिया पश्चिमी भारत का है और दूसरा पहिया पूर्वी भारत का. अगर पूर्वी भारत का पहिया पश्चिमी भारत के पहिये जितना मजबूत नहीं होगा तो भारत का विकास रथ तेजी से नहीं चल सकता. इस पूर्वी भारत के पहिये को मजबूत करने में वह पूरी ताकत लगा रहे हैं.
      
उन्होंने कहा, ’’अगर पूर्वी भारत को आगे बढ़ाना है तो हमें क्रांतिकारी रूप से आगे बढ़ना पड़ेगा. भारत में दूसरी कृषि क्रांति अगर कहीं होने वाली है तो वह पूर्वी उत्तर प्रदेश से होकर पूरे पूर्वी भारत में होगी. अगर यह दूसरी क्रांति करनी है तो हमारे किसान को खाद चाहिये. केन्द्र की पूर्ववर्ती सरकार ने देश में बंद पड़े उर्वरक कारखानों को फिर से चालू कराने की बजाय विदेश से खाद मंगाया.’’
      
गोरखपुर में 26 साल से बंद पड़े उर्वरक कारखाने को दोबारा शुरू कराने का श्रेय क्षेत्र की जनता और क्षेत्र के सांसदों को देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह गोरखपुर की तरह सिन्दरा (झारखंड) और बरौनी (बिहार) में भी बंद पड़े उर्वरक कारखानों को जल्द चालू कराएंगे.
      
उन्होंने कहा कि खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों ने ऐसे होनहार सांसदों को चुना है जो जनता के सवालों को लेकर उनसे भी लोहा ले लेते हैं.
      
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने खाद की कालाबाजारी रोक दी है और यही वजह है कि अब कोई भी मुख्यमंत्री उन्हें उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिये खत नहीं लिखता और न ही किसानों को यूरिया लेने के लिये पुलिस की लाठी सहन करनी पड़ती है.प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की कोशिश यूरिया उत्पादन की ऐसी रणनीति बनाने की है जिससे कि विदेश से यूरिया न लाना पड़े.
      
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश में पहली बार खाद के दाम कम करने में सफल रही है. देश में महंगाई की चर्चा स्वाभाविक होती है. अगर देश में टमाटर सब्जी का दाम बढ़ गया तो 24 घंटे सरकार की आलोचना करने वाले तैयार रहते हैं लेकिन अगर महत्वपूर्ण दाम कम हो जाएं, या फिर अहम फैसले हो जाएं तो उनकी बात नहीं होती.
      
मोदी ने कहा, ‘‘आज मुझे बताते हुए खुशी है कि हमारी सरकार की नीतियों के कारण, भ्रष्टाचार खत्म करने के लगातार प्रयासों और किसानों की भलाई की चिंता के कारण हमारी सरकार ने डीएपी खाद की कीमतों में प्रति टन ढाई हजार रुपये कमी करने में कामयाबी हासिल की है. इससे पहले कभी किसी सरकार ने किसान को सस्ते में खाद देने की बात सोची तक नहीं थी. यह पहली सरकार है जिसने इस दिशा में सोचा है.’’
     
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की है. अगर एक बार किसान इस योजना को अपनाएगा तो संकट की घड़ी में यह बीमा उसके काम आएगा. इस योजना में कम से कम प्रीमियम और ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलेगा. आजादी के बाद ऐसी योजना किसानों के लिये पहली बार आयी है.
      
प्रधानमंत्री ने कहा कि दो साल अकाल के कारण वित्तीय संसाधनों पर बुरा असर पड़ने के बावजूद उनकी सरकार ने किसानों के हजारों करोड़ रुपये के बकाया गन्ना मूल्य का 93 प्रतिशत हिस्से तक का भुगतान कराया है. उत्तर प्रदेश सरकार से पूछता हूं कि जब केन्द्र ने इतना किया है तो वह सात प्रतिशत बकाया क्यों रोके हुए है. उसे भी जल्द पूरा करे.
      
गोरखपुर में उर्वरक कारखाने के पुनरुद्धार कार्य को ‘बहुत बड़ा बदलाव’ करार देते हुए मोदी ने कहा कि अब इस इलाके की अर्थव्यवस्था गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनेगी. इस कारखाने में गैस से यूरिया बनेगा. गोरखपुर के हर घर में पाइपलाइन से पानी की तरह गैस भी आएगी.
      
उन्होंने कहा कि यह पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति का प्रारम्भ हो रहा है. यह सिर्फ कारखाने की योजना नहीं है. यह ऐसी विजय यात्रा का शिलान्यास हुआ है जो गरीबी को परास्त करेगी, बेरोजगारी खत्म करेगी और विनाश को रोककर विकास की तरफ ले जाएगी.
 
       
प्रधानमंत्री ने पूर्वाचल में हर साल सैकड़ों मरीजों की जान लेने वाले मस्तिष्क ज्वर के बारे में कहा कि न जाने कितने बालक इस बीमारी के कारण मौत के शिकार हो गये. कितने बालक दिव्यांग हो गये. अब बचपन को मरने नहीं दिया जाएगा.
       
उन्होंने कहा कि जो बच्चे और माताएं छूट गयी हैं, इंद्रधनुष योजना के जरिये उनके टीकाकरण का काम किया जा रहा है. लोगों को खोज-खोज कर उनकी जिंदगी बचाने का भगीरथ काम किया जा रहा है.
       
मोदी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में पर्यटन, कृषि तथा औद्योगिक क्रान्ति की अपार सम्भावनाएं बताते हुआ कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये उनकी सरकार ने बड़ी संख्या में सड़क निर्माण के कार्य पर बल दिया है. इसके अलावा अविद्युतीकृत गांवों में बिजली पहुंचाने की दिशा में भी अभूतपूर्व गति से काम हुआ है.
       
इससे पहले, कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि गोरखपुर एम्स में 330 सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक और 750 जनरल शैयाएं होंगी. इस एम्स से पूर्वाचल के लगभग 15 और पड़ोसी बिहार के पांच जिलों को इसका लाभ मिलेगा.
      
कार्यक्रम को केन्द्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, अनन्त कुमार, और कलराज मिश्र तथा भाजपा के प्रान्तीय अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने भी सम्बोधित किया. क्षेत्रीय सांसद योगी आदित्यनाथ ने स्वागत भाषण किया.
 
 
 
 
 

 



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