BSP समर्थकों के गुस्से के चलते दयाशंकर 'फरार', तलाश में पुलिस की छापेमारी
बसपा मुखिया मायावती पर ‘अभद्र’ टिप्पणी करने के आरोप में भाजपा से छह वर्ष के लिए निष्कासित दयाशंकर सिंह लखनऊ में अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भूमिगत हो गये हैं.
BSP समर्थकों के गुस्से के चलते दयाशंकर 'फरार' (फाइल फोटो) |
भाजपा से बर्खास्त दयाशंकर की टिप्पणी से आक्रोशित बसपा कार्यकर्ता गुरुवार को लखनऊ में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच दयाशंकर सिंह भूमिगत हो गये हैं. उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है.
पुलिस उपाधीक्षक (नगर) के. सी. सिंह ने गुरुवार को बताया कि पुलिस ने बुधवार रात सिंह की गिरफ्तारी के लिये उनके आवास पर दबिश दी थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिले. बसपा के आंदोलन को देखते हुए दयाशंकर सिंह के बलिया स्थित निवास पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
दयाशंकर के बलिया में ही भूमिगत होने की चर्चा है जबकि उनके भाई धर्मेन्द्र सिंह ने अपने निवास पर जुटे मीडिया को बताया कि दयाशंकर गुरुवार तड़के गोरखपुर चले गए हैं.
इससे पहले बुधवार रात दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो पर पलटवार करते हुए कहा कि मायावती के बारे में दिए गए बयान को लेकर वह माफी मांग चुके हैं, लेकिन मायावती ने राज्यसभा में जिस तरह उनकी मां, बहन और बेटी को लेकर बयान दिया है, उस तरह उन्होंने भी महिलाओं का अपमान किया है.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्यसभा में दिए गए बयान को लेकर बसपा मुखिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, सिंह ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.
मायावती पर टिप्पणी के बाद भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाये गये सिंह ने कहा कि भाजपा से निष्कासन का फैसला उन्हें स्वीकार है. अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह राजनेता हैं और सियासत के जरिये जनसेवा करते रहेंगे.
सिंह ने कहा कि उन्होंने बसपा मुखिया को सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा है. वह बहुत बड़ी नेता हैं और चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं.
उल्लेखनीय है कि दयाशंकर सिंह ने मऊ में संवाददाताओं से बातचीत में बसपा अध्यक्ष मायावती पर अभद्र टिप्पणी करते हुए ज्यादा से ज्यादा धन देने वालों को पार्टी का चुनाव टिकट बेचने का आरोप लगाया था. हालांकि मामला तूल पकड़ने पर उन्होंने माफी भी मांग ली थी. बहरहाल, उन्हें पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और बुधवार देर रात उन्हें भाजपा से छह साल के लिये निकाल दिया गया था.
इस बीच, बसपा ने पार्टी मुखिया मायावती के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ बुधवार देर रात राजधानी की हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था.
बसपा नेता मेवालाल गौतम की तरफ से दर्ज प्राथमिकी में सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निरोधक अधिनियम तथा भारतीय दंड सहिता की धाराएं लगायी गयी हैं.
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