उत्तर प्रदेश में अखिलेश मंत्रिमंडल का विस्तार, चार नये मंत्री शामिल, बलराम यादव की वापसी
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की आहट के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल फोटो) |
मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिपरिषद में चार नये मंत्री शामिल किये और पिछले हफ्ते बर्खास्त किए गए बलराम यादव की पुनर्वापसी हुई. मुख्यमंत्री ने बहरहाल कैबिनेट मंत्री मनोज कुमार पांडेय को मंत्रिपरिषद से हटा दिया.
राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में आयोजित समारोह में बलराम यादव समेत तीन कैबिनेट और दो स्वतंत्र प्रभार के मंत्रियों को शपथ दिलायी. अखिलेश ने बलराम को पिछले मंगलवार को सपा में कौमी एकता दल के विलय का सूत्रधार मानते हुए मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया था. सपा संसदीय दल ने शनिवार को उस विलय को रद्द कर दिया था.
सोमवार को जिन अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गयी, उनमें नारद राय भी शामिल हैं, जिन्हें कुछ महीने पहले ही मंत्रिपरिषद से हटाया गया था. जियाउद्दीन को भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किये जाने का फैसला हुआ है, लेकिन वह शहर में नहीं होने के कारण सोमवार को शपथ नहीं ले सके. रविदास महेरोत्रा और शारदा प्रसाद शुक्ला को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलायी गयी.
राज्यपाल ने बहरहाल मुख्यमंत्री की सलाह पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के कैबिनेट मंत्री मनोज कुमार पांडेय को मंत्रिपरिषद से हटा दिया है.
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, हाल ही में पार्टी में वापस आये अमर सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव भी मौजूद थे, लेकिन वरिष्ठ मंत्री तथा मुख्यमंत्री के चाचा शिवपाल सिंह यादव की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही.
अखिलेश मंत्रिपरिषद का यह अंतिम विस्तार था, कारण कि इसके साथ मंत्रिपरिषद में मंत्रियों की संख्या 60 हो गयी है और इसका और विस्तार नहीं हो सकता. वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश अपने मंत्रिपरिषद का अब तक सात बार विस्तार और पुनर्गठन कर चुके हैं.
मौजूदा समय में उनके मंत्रिपरिषद में 26 कैबिनेट मंत्री, 12 स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री और 22 राज्यमंत्री शामिल हैं, जिनमें से जियाउद्दीन रिजवी को अभी शपथ लेनी है. नये मंत्रियों के विभागों की घोषणा नहीं की गयी है.
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