तम्बाकू से बढ़ रही है लोगों में नपुंसकता
योग ज्योति इंडिया संस्था की ताजा रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि तम्बाकू के दुष्प्रभाव से देश में नपुंसकता बढ़ती जा रही है.
(फाइल फोटो) |
इसी का नतीजा है कि सेक्सवर्धक दवाओं का कारोबार दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक देश में सेक्सवर्धक दवाओं का कारोबार एक लाख करोड़ से भी ऊपर निकल गया है.
सोसाइटी योग ज्योति इंडिया की ओर से आयोजित स्मोक फ्री सिटी के संकल्प को साकार बनाने हेतु राष्ट्रपति डा.ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित टाक शो अगेंस्ट टोबैको में अंतर्राष्ट्रीय नशामुक्ति अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कहा कि बच्चों को तथाकथित मीठी सुपारी के नाम पर तम्बाकू का अर्क मिलाकर नशेबाज बनाया जा रहा है और जब मुंह में चबाने की आदत विकसित हो जाएगी तो उसे फिर कुछ भी आसानी से चबाने के लिए दिया जा सकता है.
तम्बाकू के चलते नपुंसकता बढ़ने के कारण सेक्सवर्धक दवाओं और सिरप का कारोबार करीब एक लाख करोड़ से ऊपर पहुंच चुका है तथा परिवार में बीमारी की सबसे बड़ी वजह तम्बाकू, सिगरेट बन चुकी है.
सबसे बड़ा दुष्परिणाम यह है कि पैसिव स्मोकिंग के चलते परिवार के पांच वर्ष के नीचे के बच्चों को हम बीमारियों का घर जाने-अनजाने बना रहे हैं. केवल कानपुर शहर की बात करें तो 60 करोड़ से ज्यादा का नशा ये गरीब और पिछड़ा होने के बावजूद करते हैं.
सबसे दुखद बात पंजाब की तरह ड्रग्स की बड़ी पार्टियां अब शहर में भी होने लगी हैं जिन्हें एलएसडी पार्टी कहा जाता है. तम्बाकू कंपनिया कौन-कौन से ड्रग्स मिलाकर बेच रही हैं, इसकी जानकारी कराने के लिए कोई भी लैब नहीं है.
इस कारण तम्बाकू कंपनियां धड़ल्ले से खतरनाक ड्रग्स मिलाकर युवा पीढ़ी को लती बनाए जा रही हैं.
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