Video: जब तक बेटी को नहीं मिलेगा न्याय, नहीं करेंगे अंतिम संस्कार
उत्तर प्रदेश के कन्नौज की तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के गांव सहनापुर निवासी डॉ. विशंभर यादव यादव ने बेटी रीतू यादव का शव सुरक्षित कर समाधि बना दी है.
(फाइल फोटो) |
डॉ. विशंभर का कहना है कि जब तक बेटी को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वह रितु के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
बेटी के शव को पिता ने अपने घर में मिट्टी का लेप लगाकर रखा है. पिता मुख्यमंत्री से मांग कर रहे हैं कि पैनल से रीतू के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए. दोबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजनों खासकर पिता ने रीतू का शव घर के पास ताबूत में बंद कर रखा है.
समाधि को रोज नए सिरे से बनाया जाता है,जिससे शव से बदबू न आए साथ ही वह सुरक्षित भी रहे.
गौरतलब है कि डॉ. विशंभर यादव की बेटी रीतू यादव नोएडा में गल्गोटिया कालेज में बीटेक के द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा थी. 19 अप्रैल की सुबह संदिग्ध हालात में रीतू यादव 17वीं मंजिल से नीचे गिरी और उसकी मौत हो गई. इस घटना में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला था.
सुसाइड नोट के मुताबिक रीतू ने अपनी रूम मेट ऋचा, विजया, सीमा, प्रीती पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़ऩ करने का आरोप लगाया था. इस मामले में पीड़ित पिता की ओर से नोयडा में मुकदमा भी दर्ज कराया गया, लेकिन अब तक पुलिस ने किसी की गिरफ्तारी नहीं की है.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन लोगों ने रीतू यादव की हत्या कर शव नीचे फेंक दिया.
Tweet |