उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने आजम को लेकर मुख्यमंत्री से फिर जताई नाराजगी
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से नगर विकास व संसदीय कार्यमंत्री मो. आजम खां के बयानों को लेकर सीधे तौर पर नाराजगी जताई है.
(फाइल फोटो) |
लखनऊ में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से कहा कि वे आजम से इस बारे में बात करेंगे. मुख्यमंत्री शनिवार शाम 5.30 बजे राज्यपाल से मिलने राजभवन गए. वे वहां करीब एक घण्टे तक रहे और 6.30 बजे अपने गंतव्य को रवाना हुए.
सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात में राज्यपाल ने आजम की बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री से बड़े ही तल्ख लहजे में नाराजगी जाहिर की.
नाईक ने बीती 8 मार्च को विधानसभा सदन में मेयरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने सम्बंधी विधेयक को राजभवन से मंजूरी नहीं दिए जाने को लेकर राज्यपाल पर की गई टिप्पणियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आजम संसदीय कार्यमंत्री हैं.
उन्होंने सदन में जिस तरह की भाषा-शैली का प्रयोग किया, वह संसदीय कार्यमंत्री पद की गरिमा के प्रतिकूल है. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से आजम के बयान को लेकर विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को लिखे पत्र, जिसकी प्रति उन्होंने यादव को भी भेजी थी, का भी जिक्र किया.
नाईक ने मुख्यमंत्री से कहा कि विधानसभा अध्यक्ष और आपको मेरे लिखे पत्र के बाद भी आजम सार्वजनिक तौर पर मेरे खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, जो उचित नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस सम्बंध में जल्द ही संसदीय कार्यमंत्री आजम से बात करेंगे.
उल्लेखनीय है कि यूपी के पूर्व राज्यपाल टीवी राजेश्वर के दौर में भी तत्कालीन मुलायम सरकार में संसदीय कार्यमंत्री के तौर पर आजम ने रामपुर में जौहर विश्वविद्यालय से जुड़े विधेयक को लेकर राजभवन पर तीखी टिप्पणियां की थीं. उस समय भी सरकार और राजभवन के बीच तनातनी बढ़ी थी, तब प्रकरण को समाप्त कराने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने मध्यस्थ की भूमिका निभायी थी.
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