काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने निर्धारित किया ड्रेस कोड
उत्तर प्रदेश में धर्मनगरी वाराणसी में स्थित ज्योर्तिलिंग काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश के लिये महिला श्रद्धालुओं का साड़ी पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
विश्वनाथ मंदिर |
पर्यटकों विशेषकर विदेशी युवतियों के स्कर्ट आदि छोटे पहनावे के साथ मंदिर में दर्शन के लिये जाने के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया. सुरक्षाकर्मियों को सख्त हिदायत दी गयी है कि वे छोटे लिबास में आने वाले पर्यटकों पर नजर रखें.
मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीएन द्विवेदी ने सोमवार को यहां बताया कि घरेलू पर्यटकों विशेषकर दक्षिण भारतीयों की मांग के मद्देनजर मंदिर प्रशासन को ड्रेस कोड के निर्धारण का फैसला लेना पड़ा. छोटे पहनावे के साथ मंदिर आने वाले विदेशी पर्यटकों को सलाह दी जा रही है कि वे साड़ी पहनकर मंदिर आयें. ऐसे पर्यटकों की सुविधा के लिये मंदिर के दो प्रवेश द्वारों पर साड़ी उपलब्ध करायी जायेगी.
प्रवेश द्वार पर मौजूद महिला पुलिस इन श्रद्धालुओं को साड़ी पहनाने में मदद करेंगी. द्विवेदी ने कहा ‘‘दक्षिण भारत से बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिये यहां आते हैं. उनकी मांग थी कि तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर विश्वनाथ मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू किया जाये जिसमें पुरुष दर्शनार्थी धोती कुर्ता और महिलाओं के लिये साड़ी अनिवार्य की जाये.
उन्होंने कहा कि यह ड्रेस कोड सिर्फ छोटे लिबास पहन कर आने वाले श्रद्धालुओं के लिये है हालांकि जीन्स और ट्राउजर्स पहने युवतियों को मंदिर में प्रवेश दिया जायेगा. पुरुषों के लिये धोती की अनिर्वायता के लिये मंदिर प्रशासन विचार कर रहा है.
मंदिर प्रशासक ने कहा कि विदेशी पर्यटकों को प्रवेश से पहले दो स्थानों पर चेकिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा. मंदिर के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा बलों को उन्हे अपना पासपोर्ट वगैरह चेक कराना होगा जबकि दूसरे मंदिर परिसर में एक बार उन्हे फिर जांच करानी होगी.
दोनों ही स्थानों में कपडे बदलने के लिये कमरों की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड विदेशियों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने का अच्छा संदेश देगी. विश्वनाथ मंदिर में हर रोज करीब 60 हजार श्रद्धालु माथा टेकते हैं जिनमें विदेशी सैलानियों की खासी तादाद है.
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