दादरी कांड : यूपी सरकार ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट, गोवध या बीफ का जिक्र नहीं
उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार ने दादरी के बिसाहड़ा गांव में गोवध के अफवाह को लेकर हुई मोहम्मद अखलाक की हत्या के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी है.
यूपी ने दादरी रिपोर्ट केंद्र को भेजी (फाइल फोटो) |
इस रिपोर्ट में बीफ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है. साथ ही घटना का मकसद भी नहीं बताया है. केंद्र को भेजी अपनी रिपोर्ट में राज्य सरकार ने बीफ़ की जगह प्रतिबंधित पशु का मीट लिखा है. साथ ही दादरी का दौरा करने वाले नेताओं की बात भी कही गई है. इस बाबत प्रदेश सरकार का कहना है कि मामले की जांच हो रही है और तथ्य सामने आएंगे.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, रिपोर्ट में गोवध या गौमांस शब्द का प्रयोग नहीं किया गया है. यूपी सरकार ने बताया है कि ऐसे आरोप हैं कि प्रतिबंधित पशु का मांस खाने के कारण अखलाक की हत्या की गई.
सरकार ने रिपोर्ट में कहा है कि अभी मामले की जांच की जा रही है और अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा गया है. सोमवार रात भेजे गए दो पन्नों के रिपोर्ट में उन नेताओं का नाम भी है जो बिसाहड़ा जाकर अखलाक के परिजनों से मिले. उन नेताओं का भी नाम लिखा गया है जो अखलाक के गांव गए, लेकिन अखलाक के परिवार से नहीं मिले.
बिसाहड़ा जाने वाले नेताओं में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, एमआईएम नेता असादुद्दीन ओवैसी, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और भाजपा विधायक संगीत सोम शामिल हैं.
रिपोर्ट में अखलाक के परिवार को सरकार की ओर से दी गई आर्थिक मदद और गांव में तैनात किए गए सुरक्षाबलों के बारे में जानकारी दी है.
वहीं, बिसाहड़ा में गोमांस की अफ़वाह पर मारे गए अख़लाक़ की मौत पर सियासत आए दिन नई-नई करवटें ले रही है. बीजेपी सांसद आदित्य नाथ के बिसाहड़ा गांव जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
अख़लाक़ के परिवार के दर्द पर नेता मरहम लगाने के लिए सीएम अखिलेश यादव ने भी दुख साझा किया और हिफ़ाज़त और इंसाफ़ का भरोसा दिलाया था. सीएम ने उनके परिवार को 45 लाख रुपये की मदद दी, जिसमें 30 लाख उनकी पत्नी और पांच-पांच लाख उनके तीन भाइयों को दिए थे. पुलिस ने अब तक इस मामले में 9 लोगों को गिरफ़्तार किया है.
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