कर्मचारियों की हडताल का मिला-जुला असर
कर्मचारी संगठनों के आवान पर अपनी मांगो के समर्थन में कर्मचारी हडताल पर हैं.
हडताल का मिला-जुला असर |
हडताल में बैंक कर्मियों के भी शामिल होने की वजह से उत्तर प्रदेश में हजारों करोड रुपये के लेन देन पर फर्क पडेगा, हालांकि हडताल में रेलवे के साथ ही स्टेट बैंक आफ इंडिया और बैक आफ बडौदा के कर्मचारी शामिल नहीं हैं.
हडताल में राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों के शामिल हो जाने की वजह से यात्रियों को खासी असुविधा हो रही है. रेलवे और भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारी इसमें शामिल नहीं हैं.
कर्मचारी नेता राम गोविन्द मिश्र ने बताया कि केंद्र सरकार ने रेलवे, बैंकिंग और बीमा के क्षेा में एफडीआई को मंजूरी दे रही है. सरकार का यह निर्णय कर्मचारियों के हित में नहीं है. क्योंकि इससे श्रम कानून कमजोर पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि कर्मचारी पुरानी पेंशन नीति को लागू कराने के साथ ही बोनस बढाने और न्यूनतम वेतन बीस हजार रुपये किये जाने की मांग कर रहे है.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में राज्य कर्मचारी महासंघ, भवन निर्माण संघ, चतुर्थ श्रेणी और राज्य महासंघ, शुगर मिल एसोसिएशन, बिजली संगठन और शिक्षक संगठन हड़ताल में शामिल हैं. हडताल में भारतीय मजदूर संघ शामिल नहीं है.
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