केन्द्रीय श्रम संगठन दो सितम्बर से हड़ताल पर अड़े
केन्द्रीय श्रम संगठनों द्वारा 12 सूत्री मांगों को लेकर केन्द्र सरकार के मंत्रियों से वार्ता विफल होने के बाद दो सितम्बर से घोषित हड़ताल पर अड़े हैं.
केन्द्रीय श्रम संगठन हड़ताल पर अड़े. |
उत्तर प्रदेश में श्रम संगठन केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को हड़ताल करेंगे. यह जानकारी सोमवार को यूपी प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान इंटक के एचएन तिवारी, एटक के सदरुद्दीन राना, एचएमएस के उमाशंकर मिश्र ने दी.
उन्होंने बताया कि मंगलवार को शाम पांच बजे मजदूर संगठन जुलूस निकालेंगे. उधर रोडवेज कर्मियों ने हड़ताल में न शामिल होने की बात कही है तो बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल में न शामिल होकर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर विरोध करने का निर्णय किया है. श्रम कानूनों में बदलाव, श्रमिकों का अहित तथाकारपोरेट जगत के लिए कार्ययोजनाएं बनाने के खिलाफ ट्रेड यूनियनों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगी.
केन्द्र सरकार के खिलाफ दो सितम्बर को आयोजित हड़ताल में प्रदेश भर की सभी श्रम यूनियनें भाग लेंगी. पत्रकार वार्ता के दौरान नेताओं ने कहा कि केन्द्रीय श्रम संगठनों की बैठक 26 अगस्त को हुई थी, भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) की राय थी कि सरकार का रुख हमारी मांगों के प्रति सकारात्मक है और हमें हड़ताल को स्थगित कर देना चाहिए लेकिन बाकी सभी संगठन इस राय पर सहमत नहीं हुए और उन्होंने दो सितम्बर को हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है.
केन्द्रीय श्रम संगठनों के नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा लिये गये निर्णय को कोई श्रमिक संगठन किस आधार पर कह सकता है कि श्रमिकों की बुनियादी मांगों पर सरकार का रुख सकारात्मक है. श्रम नेताओं ने कहा कि केन्द्रीय श्रम संगठनों द्वारा घोषित दो सितम्बर को हड़ताल होगी. श्रमिक नेताओं ने कहा कि हड़ताल के एक दिन पूर्व मजदूर मंगलवार को हजरतगंज में जुलूस निकालकर विरोध दर्ज कराएंगे.
पत्रकार वार्ता के दौरान प्रेमनाथ राय व एटक के चन्द्रशेखर समेत तमाम श्रम संगठनों के नेता उपस्थित थे. उधर केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति के विरोध में बुधवार को घोषित हड़ताल में हिन्दुस्तान एरोनोटिक्स इम्प्लाइज एसोसिएशन ने अपना समर्थन देते हुए एचएएल कर्मियों को हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है.
इसी तरह राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी श्रमिकों की हड़ताल का पूरा समर्थन करते हुए दो सितम्बर को हड़ताल में शामिल रहने की बात कही है. राजधानी में कार्यरत कर्मचारी दो सितम्बर को लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदर्शन सभा में शामिल होकर हड़ताल का समर्थन करेंगे. उप्र भवन निर्माण मजदूर सभा ने भी हड़ताल में शामिल होने का अपना समर्थन दिया है.
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने केन्द्रीय श्रम संगठनों द्वारा घोषित हड़ताल में न शामिल होने की घोषणा की है. परिषद द्वारा जारी विज्ञप्ति में परिषद के महामंत्री गिरीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि रोडवेज कर्मचारी दो सितम्बर को घोषित हड़ताल में शामिल नहीं होंगे.
उधर विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश अवस्थी व कार्यवाहक अध्यक्ष छोटेलाल दीक्षित ने बैठक करके श्रम संगठनों की घोषित हड़ताल में शामिल न होने की घोषणा की है.
अवस्थी ने कहा कि दो सितम्बर को काली पट्टी बांधकर विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि सरकार की समझ में नहीं आता है तो 11 सितम्बर को जंतर-मंतर पर आरपार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा. बैठक में संगठन के रामचन्द्र मिश्र, सरजू त्रिवेदी, नवीन गौतम, आलोक कपूर एवं पंकज परिहार आदि प्रमुख लोग मौजूद थे.
Tweet |