एयरपोर्ट तक जाएगी मेट्रो, बनेगा भूमिगत स्टेशन
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अमौसी एयरपोर्ट आने जाने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट परिसर में ही मेट्रो की सुविधा मिल सकेगी.
एयरपोर्ट तक जाएगी लखलऊ मेट्रो. |
यहां सौ मीटर के दायरे में एयरपोर्ट के पास ही मेट्रो का टर्मिनल बनेगा. मेट्रो स्टेशन बनने के बाद मेट्रो को पकड़ने के लिए लोगों को ज्यादा दूर नहीं चलना होगा. वहीं एयरपोर्ट से सात सौ मीटर दूरी पर अमौसी में मेट्रो स्टेशन बनेगा. अमौसी से एयरपोर्ट तक मेट्रो भूमिगत जाएगी. इसके लिए एलएमआरसी ने जमीन के अधिग्रहण को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
एयरपोर्ट के सभी टर्मिनल से मेट्रो टर्मिनल की दूरी सौ मीटर होगी. यहां से अमौसी तक मेट्रो रूट भूमिगत बनाया जाएगा. इसकी दूरी लगभग सात सौ मीटर होगी. इसके बाद अमौसी से चारबाग तक मेट्रो रूट एलिवेटड रहेगा. एयरपोर्ट परिसर में आने वाली इस भूमि का लेखा-जोखा एलएमआरसी कार्यालय तैयार कर रहा है.
मेट्रो स्टेशन बनने के बाद एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर सड़क पर जाने से पहले मेट्रो की सुविधा मिल सकेगी. अभी प्राथमिक सेक्शन ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक मेट्रो का काम हो रहा है. मामूली किराए पर तीस साल की लीज पर भूमि दिए जाने संबंधी प्रस्ताव दिया है.
एलएमआरसी के डिजायन के परीक्षण के लिए एयरपोर्ट एथॉरिटी ने राइट्स संस्था को जिम्मेदारी दी है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद एयरपोर्ट के फाइनल मास्टर प्लान के अनुसार एलएंडटी निर्माण कार्य शुरू करेगा. मेट्रो के अधिकारी के मुताबिक जल्द रिपोर्ट आने की उम्मीद है. अमौसी से एलिवेटड होगी मेट्रो अगले फेज में ट्रांसपोर्ट नगर से अमौसी और फिर अमौसी से एयरपोर्ट तक काम होगा.
एयरपोर्ट पर मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए एलएमआरसी को भूमि की जरूरत पड़ेगी. स्थायी तौर पर जमीन मुहैया कराने के लिए एयरपोर्ट एथॉरिटी से बात चल रही है. एयरपोर्ट के भूमि देने पर आपसी सहमति के आधार पर एलएमआरसी यहां विज्ञापन प्रदर्शित करेगा. इसमें से पचास पचास फीसदी के हिस्सेदार दोनों विभाग होंगे.
प्राथमिक सेक्शन का काम पूरा होने के बाद अमौसी से एयरपोर्ट का काम शुरू होगा. कारण कि ट्रांसपोर्ट नगर तक जाने के बाद लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़ेगा. चारबाग में लखनऊ जंक्शन यानी छोटी लाइन से यात्रियों को अपने घर जाने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. मेट्रो रेल आपकी यह समस्या दूर कर देगी.
दरअसल, मेट्रो के दुर्गापुरी स्टेशन को पूर्वोत्तर रेलवे के कैब वे से जोड़ दिया जाएगा. यही नहीं रेलवे के फुट ओवर ब्रिज को दुर्गापुरी स्टेशन से जोड़ कर बनाया जाएगा. इससे जंक्शन पर आने जाने के लिए सड़क मार्ग से जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे ने भी अपनी सहमति दे दी है. महीने के अंतिम सप्ताह में मेट्रो चार और टेंडर करने जा रहा है. मेट्रो रेल को दौड़ाने के लिए उक्त टेंडर मायने रखते हैं.
चालीस करोड़ के दो ट्रैक, फिनिशिंग व इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिक और ट्रैक्शन पावर के टेंडर होंगे. यह टैंडर पूरे कोरिडोर व डिपो के लिए होंगे. एलिवेटड रूट पर ट्रैक्शन पावर जहां 4.2 मीटर होगा वहीं भूमिगत रूट पर पांच मीटर के ऊपर ट्रैक्शन पावर होगा.
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