गोमती रिवर फ्रंट से लखनऊ को मिलेगी पहचान : मुख्यमंत्री

Last Updated 04 Aug 2015 06:24:02 AM IST

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ प्रदेश की राजधानी के साथ-साथ एक ऐतिहासिक नगर भी है.


सोमवार को अपने सरकारी आवास पर गोमती रिवर फ्रंट के विकास संबंधी सिंचाई विभाग के प्रस्तुतिकरण के बाद अपने विचार व्यक्त करते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव.

शहर के बीच से गुजरने वाली गोमती नदी के रिवर फ्रण्ट के विकास का कार्य इस प्रकार किया जाना चाहिए, जिससे नगरवासियों के दैनिक जीवन में सुखद गुणात्मक परिवर्तन आए और यह शहर देश-दुनिया के लिए एक उदाहरण बने. इससे लखनऊ को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी.

उन्होंने कहा कि अधिकांश नदियां नगरों की वर्तमान व्यवस्था के कारण प्रदूषित होती हैं. गोमती को लखनऊ नगर में स्वच्छ बनाकर एक सकारात्मक संदेश दिया जाना चाहिए. उन्होंने गोमती नदी के दायें तटबंध पर अमर शहीद पथ से 45 मीटर मास्टर प्लान रोड तक बन्धे के निर्माण की भी घोषणा की.

मुख्यमंत्री सोमवार को अपने सरकारी आवास पर विगत तीन वर्षों में किये गये कार्यों गोमती रिवर फ्रण्ट का विकास, नदियों की सतत् अविरलता बनाये रखने के लिए प्रस्तावित रबर डैम परियोजना आदि पर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा दिये गये प्रस्तुतिकरण के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शहर के बीच बहने वाली नदी का सौन्दर्यीकरण करके दुनिया के कई देशों ने सम्बन्धित नगरों को जीवन्त बना दिया है. इसी प्रकार प्रदेश सरकार भी गोमती नदी का रिवर फ्रण्ट डेवलपमेण्ट करके लखनऊ को जीवन्त एवं आकषर्क शहर बनाने का प्रयास कर रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए गोमती में मिलने वाले नालों पर ध्यान देना होगा, ताकि नदी का पानी स्वच्छ एवं लगातार प्रवाहित होता रहे. शहर के विभिन्न सड़कों पर अलग से साइकिल ट्रैक बनाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ में तांगा चलाने की भी व्यवस्था होनी चाहिए.

उन्होंने वर्तमान में ठोस अपशिष्ट निस्तारण एवं यातायात व्यवस्था को एक बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि अगर इन दोनों बिन्दुओं पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया तो लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर नदियों का जल बड़े नगरों में आने से पहले स्वच्छ होता है, लेकिन जैसे ही किसी बड़े नगर में नदी प्रवेशकरती है, उसका जल प्रदूषित हो जाता है. इसलिए नगरों से उत्सर्जित होने वाले गंदे प्रवाह पर शीघ्र काम किया जाना चाहिए.

श्री यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार नगरों, विशेष रूप से लखनऊ की आबोहवा एवं संसाधनों के विकास पर गंभीरता से काम कर रही है. जनेर मिश्र पार्क का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अवकाश के दिनों में वहां हजारों की तादाद में लोग एकत्रित होकर अपनी जीवनचर्या में विशेष बदलाव का अनुभव करते हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि गोमती रिवर फ्रण्ट के विकास से लखनऊ नगर के लोगों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन आएगा.



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