डा. कलाम के नाम के अनुरूप बनेगा यूपीटीयू : अखिलेश यादव

Last Updated 02 Aug 2015 05:07:31 PM IST

उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय का नाम पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम होने के बाद अब इसका विकास प्रेरक व्यक्तित्व व उनकी गरिमा के अनुरूप होगा.


डा. कलाम के नाम के अनुरूप बनेगा यूपीटीयू : अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

लखनऊ में विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक व शिक्षाविद एक मंच पर आएंगे तथा तकनीकी विवि को सेंटर ऑफ एक्सलेंस बनाया जाएगा. इसके लिए मुख्यमंत्री ने विभागीय अफसरों व कुलपति को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये हैं.

उन्होंने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक कर प्राविधिक विश्वविद्यालय में शिक्षण, शोध तथा संसाधनों के स्तर की समीक्षा की और इसको और बेहतर बनाने पर जोर दिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक और शिक्षा के प्रति समर्पित शख्सियत के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति डा. कलाम की ख्याति पूरी दुनिया में थी. ऐसे में प्राविधिक विविद्यालय को उनके नाम से जोड़े जाने के बाद संस्थान को उत्कृष्ट प्राविधिक शिक्षा के केन्द्र के रूप में विकसित करना आवश्यक होगा.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इसके लिए एक कार्ययोजना तैयार करें. उन्होंने कहा कि संस्थान में एक फिनि¨शग स्कूल भी स्थापित किया जाए. यह स्कूल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को कॅरियर बेहतर बनाने के लिए जरूरी प्रशिक्षण व मार्गदर्शन देगा.

यादव ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश-दुनिया के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों को भी विविद्यालय से जोड़ा जाएगा. इसके लिए एक व्यवस्था बनायी जाएगी.

वैज्ञानिकों का संस्थान से जुड़ाव होने पर उनके ज्ञान और अनुभव का लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा. बैठक में प्राविधिक शिक्षा मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा मोनिका एस गर्ग तथा विविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. ओंकार सिंह मौजूद थे.

नाम परिवर्तन की प्रक्रिया इसी सत्र में पूरी हो

\"\"राज्यपाल राम नाईक ने शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश प्राविधिक विविद्यालय का नामकरण पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम करने के निर्णय की तारीफ की और इस पहल को एक स्वागत योग्य कदम बताया.

उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए आशा जतायी कि विधानसभा के आगामी सत्र में उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय के नाम परिवर्तन के संबंध में सभी औपचारिकताएं पूरी करा ली जाएंगी, ताकि इस निर्णय को क्रियान्ववित किया जा सके. विधानसभा का सत्र इसी 14 अगस्त से प्रस्तावित है.

नाईक ने कहा कि डा. कलाम एक महान विचारक, प्रख्यात वैज्ञानिक व मानवतावादी व्यक्ति थे.

लखनऊ में ही रखा जाए सिडबी मुख्यालय : सीएम

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) का मुख्यालय लखनऊ में पूरी तरह स्थापित कराने का आग्रह किया है.

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से सिडबी के प्रधान कार्यालय के मुम्बई स्थानान्तरित किये गये विभागों को भी तत्काल लखनऊ वापस लाने का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि सिडबी के अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक का कार्यालय भी तत्काल लखनऊ स्थानांतरित किया जाए.

पत्र में लिखा गया है कि सिडबी मुख्यालय लखनऊ में होने से राज्य में लघु उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही अन्य व्यावसायिक एवं आर्थिक गतिविधियां भी तेज होंगी जिससे न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि अन्य निकटवर्ती पिछड़े राज्यों का भी आर्थिक विकास सम्भव हो सकेगा.

यादव ने प्रधानमंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि वर्ष 1990 में सिडबी अधिनियम, 1990 पारित कर उत्तर प्रदेश के धीमे औद्योगीकरण को दृष्टिगत रखते हुए सिडबी का प्रधान कार्यालय लखनऊ में रखने का निर्णय लिया गया था. यह भी उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में भारत सरकार द्वारा स्थापित सिडबी ही एक मात्र राष्ट्रीय स्तर का वित्तीय संस्थान है.

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र में सूचित किया कि सिडबी मुख्यालय के लिए भवन एवं अन्य अवस्थापना सुविधाएं तथा अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए आवासों आदि का भी निर्माण कराया गया था. सिडबी के कायरे एवं उत्तरदायित्वों में वृद्धि के साथ प्रबन्ध तंत्र द्वारा शनै:-शनै: प्रधान कार्यालय के महत्वपूर्ण कार्यदायी विभाग वर्ष 2003 से मुम्बई स्थानान्तरित कर दिये गये.

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र के जरिए प्रधानमंत्री को अवगत कराया है कि अब सुनियोजित ढंग से सिडबी के प्रधान कार्यालय को पूरी तरह से मुम्बई स्थानान्तरित करने का प्रयास किया जा रहा है. सिडबी के नए आवासीय भवनों की बिक्री भी प्रक्रियाधीन है.

मुख्यमंत्री ने बल देते हुए कहा कि प्रस्तावित व्यवस्था सिडबी एक्ट की मूल भावना के न केवल विपरीत होगी बल्कि यह उत्तर प्रदेश एवं लखनऊ के साथ नाइंसाफी भी होगी.

मुख्यमंत्री ने पत्र में प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि उच्च प्रबंधन के अधिकारीगण मुम्बई कार्यालय में अपने व्यक्तिगत स्वार्थवश पदासीन हैं. संचालक मण्डल की बैठकें भी लखनऊ से अन्यत्र केन्द्रों पर आहूत की जाती हैं. सिडबी के अध्यक्ष/प्रबन्ध निदेशक/बैंक के निदेशकगण आदि भी राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय नहीं रखते हैं.



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