उत्तर प्रदेश में सावन का आगाज सूखे से
उत्तर प्रदेश में मानसून की मद्धिम चाल सावन महीने का आगाज सूखा रहने का संकेत दे रही है.
फाईल फोटो |
आगामी एक अगस्त से श्रावण मास की शुरूआत हो रही है. आषाढ के चालू महीने में पूर्वी उत्तर प्रदेश पर विशेष मेहरबानी कर चुके मानसून के बादल अब पश्चिम पर करूणा बरसाने के मूड में हैं.
मौसम विभाग के अनुसार बरेली और आगरा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में माह के अंत तक हल्की बारिश के आसार है हालांकि पूर्वोत्तर इलाकों में इस दौरान बदली छायी रहने और उमस में इजाफा होने का अनुमान है.
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि हवाओं के बदले रूख से दक्षिण पश्चिम मानसून राज्य में लगभग निष्क्रिय हालत में है और अगले 72 घंटे में राज्य के इक्का दुक्का स्थानों को छोडकर मौसम आमतौर पर शुष्क रहने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि 31 तारीख से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बौछारें पडने का अनुमान है हालांकि पूर्वोत्तर में इस दौरान मौसम में विशेष परिवर्तन के आसार नही है. अगले 24 घंटे में राज्य के इक्का दुक्का इलाकों में गरज चमक के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान है.
बारिश थमने से राज्य के तमाम इलाकों में दिन और रात के तापमान में उल्लेखनीय बढोत्तरी दर्ज की जा रही है. पिछले 24 घंटे में गोरखपुर का अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा था.
वाराणसी में दिन का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक यानी 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. इलाहाबाद में इस दौरान पारा 35.3 डिग्री रहा जो सामान्य से दो डिग्री अधिक था. लखनऊ और बरेली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ज्यादा था हालांकि आगरा में तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गयी.
केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार लखीमपुर खीरी में शारदा नदी के जलस्तर में बढोत्तरी दर्ज की जा रही है. सेमवार सुबह आठ बजे नदी खतरे के निशान को पार कर 154.22 मीटर के स्तर पर थी हालांकि शारदानगर में नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है. गोरखपुर में राप्ती उफान पर है जबकि बाराबंकी में घाघरा का जलस्तर स्थिर बना है.
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