एटा जेल में सिपाहियों से होती है वसूली
जेलों में सुविधाओ के नाम पर बंदियों और कैदियों से वसूली तो आम बात है लेकिन उत्तर प्रदेश में एटा के जिला जेल में सिपाहियों से ही हफ्ता वसूली का खेल चल रहा है.
एटा जेल में सिपाहियों से होती है वसूली (फाइल फोटो) |
इस बात का खुलासा खुद ऐसे ही एक पीड़ित जेल के सिपाही ने कैमरे के सामने किया है,जिससे पूरे जेल प्रशाशन में हड़कम्प मचा हुआ है.
एटा जिला जेल में पिछले दिनों मारे गये छापे में तमंचा, मोबाइल, सिम कार्ड बरामद होने और बंदियों की एक समान्तर सत्ता चलने के कारण सुर्खियों में आया था. जेल में बंदियों और पुलिस के बीच जमकर संघर्ष भी हुआ था जिसमे पथराव और लाठीचार्ज में कई जेल अधिकारी, कर्मचारी और बंदी भी घायल हो गए थे.
एटा जेल में पुलिसकर्मियों से अधिकारियों द्वारा करवाई जा रही हफ्ता वसूली का खुलासा एक पीड़ित सिपाही बलवीर सिंह ने आज ड्यूटी के दौरान किया.
बलवीर सिंह पिछले एक साल से एटा जेल में तैनात है. उसका आरोप है कि उससे और अन्य 29 जेल के सिपाहियों से प्रति हफ्ता 500 रुपये की वसूली की जाती है.
वसूली का यह काम अधिकारियों को देने के लिए और अन्य खचरे के लिए जेल में तैनात हेड वार्डन बंदी रक्षक रामपाल सोलंकी करता है. यह बात भय की वजह से कोई भी बताता नहीं है. उसने यह भी कहा कि वसूली के इस खेल में जेल के सभी अधिकारी मिले हुए हैं किसी एक जेल अधिकारी का नाम इसमें नहीं लिया जा सकता है.
उसका कहना है कि उसने जेल में होने वाली इस हफ्ता वसूली की शिकायत जेल के डी आई जी और अन्य जेल अधिकारियों से भी की परन्तु किसी ने इस और ध्यान नहीं दिया. बलवीर ने कहा कि सिपाहियों से होने वाली इस अवैध वसूली का पैसा किस किस के पास जाता है यह उसे नहीं पता.
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