कम उपज देख नौ और किसानों ने दम तोड़ा

Last Updated 22 Apr 2015 06:29:27 AM IST

मौसम की मार से कम उपज देखकर 9 और किसानों की मौत हो गयी. महोबा में 5, ललितपुर में 2 तथा उन्नाव व इटावा में 1-1 किसान ने दम तोड़ दिया.


कम उपज देख नौ और किसानों ने दम तोड़ा

महोबा में महोबकंठ के घुटवई में नत्थू (40) पुत्र मइयादीन ने पांच लाख रुपये साहूकारी कर्ज ले रखा था. दो बीघा भूमि में उपज के नाम पर बीज भी हासिल नहीं हो सका तो उसने घर की छत से छलांग लगा दी, गंभीर हालत में उसे झांसी ले जाया जा रहा था कि रास्ते में मौत हो गयी. चरखारी के ग्राम बगरौन में जगमोहन (35) पुत्र रतना अहिरवार ने 3 बीघा में गेहूं की पैदावार के नाम पर बीज भी हासिल न होने और एक लाख साहूकारी कर्ज की चिन्ता में घर की अटारी में फांसी के फंदे से झूलकर मौत को गले लगा लिया.

चरखारी के ही इमलीखेड़ा ग्राम में जगदीश (55) पुत्र रतन की भी कम उपज देख सदमे से हालत बिगड़ गयी, उसे गंभीर हालत में सीएचसी ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. प्रेमाबाई (60) बेवा दुर्गा प्रसाद निवासी गौरहारी की नातिन का विवाह 7 मई को होना है. असमय वर्षा व ओलावृष्टि से फसल बर्बाद हो गयी दलहन तिलहन की फसल पूरी खराब हो गयी गेहूं की फसल कटाई के बाद घर पहुंची तो ऊंट के मुंह में जीरा समान देख प्रेमाबाई की सदमे से मौत हो गयी.

प्रेमा ने ट्रैक्टर के  लिए 4 लाख और केसीसी पर 2 लाख का बैंक से ऋण ले रखा था. श्रीनगर के सिजहरी ग्राम में चिक्कू (65) पुत्र मुल्लू राजपूत  23 बीघा का काश्तकार था उसने 50 हजार बैंक और 1 लाख साहूकारी कर्ज ले रखा था. कम उपज देख उसे गहरा आघात लगा और सदमे में खेत में स्थित झोपड़ी में ही उसकी मौत हो गयी. इसके अलावा रामू सिंह (25) निवासी तमौरा कबरई ने भी खेत में पेड़ से रस्सी के सहारे फांसी पर झूल जान देने का प्रयास किया किन्तु परिजनों ने समय रहते उसे बचा लिया. वह गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती है. उक्त मौतों पर एसडीएम चरखारी नन्हकू ने बताया कि प्रेमाबाई की सदमे से हुयी मौत सहित अन्य मामलों की जांच हो रही है.

ललितपुर में मड़ावरा के ग्राम साढूमल में खिलान (52) पुत्र टुड्डे अहिरवार को उपज कम निकलने एवं घर में शादी होने के सदमे में हृदयाघात हो गया. परिजन महरौनी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द ले गये जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के छोटे भाई छोटेलाल ने बताया कि खिलान ने दो एकड़ में गेहूं बोया था जिसमें मात्र 3 बोरा गेहूं ही निकला, जिसके सदमे में मौत हो गयी. खिलान ने पिता के क्रेडिट कार्ड से दो लाख का कर्जा भी लिया था. तालबेहट (ललितपुर) के ग्राम रारा में रामदास 11 एकड़ की पैदावार में कम उपज देखकर उसका पूरा परिवार सदमे में आ गया.

बीती रात उसके पुत्र गोविन्द (38) की खेत पर तबियत खराब हुई और थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई. नवाबगंज(उन्नाव) में अजगैन के अतरसा गांव में नरेश (53) पुत्र रामस्वरूप पासी मंगलवार को खेत पर गया था. परिजनों के अनुसार खेत पर बर्बाद फसल देखकर वहीं बैठ गया. हालत बिगड़ी तो वह घर लौट आया. थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई. ताखा (इटावा) तहसील के ग्राम नगला बंधा में सुघर सिंह यादव खेत में गेंहू काट रहा था. गेंहू की बाली पतली और उसमें दाने कम देख सुघर सिंह की हार्टअटैक से खेत पर ही मृत्यु हो गयी.



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