रेल बजट: लटके प्रोजेक्टों पर ‘प्रभु’ कृपा

Last Updated 27 Feb 2015 12:17:59 PM IST

लंबे अर्से के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने लीक से हटकर संसद में रेल बजट पेश किया.


रेल बजट: लटके प्रोजेक्टों पर ‘प्रभु’ कृपा (File photo)

उन्होंने नई ट्रेनों के संचलन पर ज्यादा तरजीह न देकर संसाधनों के विकास पर जोर दिया. देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले सूबे में लंबित परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए रेलवे का खजाना खोल दिया है.

सालों से लटकी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद मुसाफिरों का सफर सुहाना होगा और नई ट्रेनों का संचलन के रास्ता सुगम होगा मगर,इसके लिए सूबे की जनता को अभी इंतजार करना पड़ेगा.

उत्तर प्रदेश की लंबित परियोजनाओं पर नजर डालें तो गोंडा-बहराइच रेलखंड के आमान परिवर्तन का कार्य लंबे अर्से से पूरा नहीं हो पा रहा है मगर,इस बार रेलमंत्री ने इसको पूरा कराने के लिए रेल बजट 2015-16 में 110 करोड़ रुपये का आवंटन किया है.

गोंडा-गोरखपुर लूप लाइन लाइन के आमान परिवर्तन के लिए 85करोड़ का आवंटन किया गया है.आनंदनगर-नौतनवां रेलखंड का आमान परिवर्तन का कार्य पहले ही पूरा हो चुका हैं.इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद गोंडा से गोरखपुर के बीच नया रास्ता बन जाएगा.

बहुप्रतीक्षित ऐशबाग-सीतापुर-मैलानी-पीलीभीत रेलखंड के आमान परिवर्तन के कार्य में और तेजी लाने के लिए इस बार के रेल बजट में सौ करोड़ का आवंटन किया गया है.

छोटी लाइन से बड़ी लाइन के कार्य की जिम्मेदारी रेल विकास निगम लिमिटेड को दिया गया है.कानपुर-कासगंज-मथुरा तथा कासगंज-बरेली- लालकुआं रेलखंड के शेष बचे आमान परिवर्तन के कार्य को पूरा कराने के लिए 33करोड़ का आवंटन किया गया है.

पीलीभीत के रास्ते भोजीपुरा-टनकपुर रेलखंड तथा औड़िहार से जौनपुर के आमान परिवर्तन कार्य के लिए क्रमश:तीस करोड़ व तीन करोड़ का आवंटन किया गया.रेलमंत्री ने सूबे में नई लाइन की कई परियोजनाओं को भी रेल बजट में शामिल किया है.

कपिलवस्तु-बस्ती वाया बांसी तथा आनंदनगर-घुघली वाया महाराजगंज नई रेल लाइन के लिए शुरुआती दौर का कार्य शुरू कराने के लिए टोकन मनी का आवंटन किया गया है.

उतरेटिया से आलमनगर के बीच दोहरीकरण कार्य के लिए नया प्रोजेक्ट रेल बजट में शामिल किया गया है.दो सौ करोड़ की इस परियोजना को शुरू कराने के लिए रेल बजट 2015-16 में करीब पांच करोड़ की टोकन मनी का आवंटन किया गया है.

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को रेल बजट में तरजीह दी गयी है.वाराणसी कैंट स्टेशन के यार्ड रिमांडलिंग के लिए प्रथम चरण में जहां 15 करोड़ तो दूसरे चरण के लिए 56 करोड़ का आवंटन किया गया है साथ ही मंडुआडीह स्टेशन के उन्नयन विकास के लिए बजट में धन का आवंटन किया गया है.

ऊंचाहार-अमेठी नई लाइन का कार्य पहले से स्वीकृत था,लेकिन इस बजट में कार्य शुरू कराने के लिए 30 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है.उतरेटिया-जाफराबाद रेलखंड दोहरीकरण तथा सुलतानपुर-अमेठी व रायबरेली-अम्बरगंज नई लाइन के लिए 340 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है.

प्रयागघाट टर्मिनल स्टेशन को बनाने के लिए छह करोड़ तो दोहरीकरण के लिए फाफामऊ-इलाहाबाद दस करोड़,लहोता-भदोही 55 करोड़,भदोही-जंघई को 75 करोड़ का आवंटन किया गया है.

लखनऊ से सहारनपुर के बीच विभिन्न स्टेशनों पर अतिरिक्त लूप लाइनों के लिए बीस करोड़ रुपये दिया गया है इसके अलावा गाजियाबाद में मालगाड़ी टर्मिनल,उतरेटिया-रायबरेली-जंघई के बीच विद्युतीकरण के लिए धन का आवंटन किया गया है.वाराणसी-फाफामऊ-ऊंचाहार का कार्य पहले ही पूरा हो चुका हैं.

रेल बजट यूपी के लिए निराशाजनक

भारतीय जनता पार्टी व उसके साथियों को लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक 73 सीटें देने वाले उत्तर प्रदेश में विरोधी दलों ने लोकसभा में प्रस्तुत रेल बजट को इस सूबे के लिए निराशाजनक बताया है.

प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के संसदीय क्षेत्रों की भी अनदेखी-सपा

प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि रेल बजट में यूपी के लिए कुछ भी नहीं है यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ की भी अनदेखी की गयी है.

उन्होंने कहा,हालांकि बुनियादी ढांचे में बदलाव लाने और स्वच्छता अभियान के दावे अच्छे लगते हैं, मगर सबको मालूम है कि हाल फिलहाल कुछ खास होने वाला नहीं है.

ठगा महसूस कर रहे हैं यूपी के लोग-कांग्रेस

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल खत्री ने कहा कि लोगों को बड़ी उम्मीदें थीं खास कर उत्तर प्रदेश के लोगों को,लेकिन वे ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि रेल बजट के प्रावधानों से इस बात की आशंका होती है कि मोदी सरकार रेलवे को पूंजीपतियों तथा निजी क्षेत्र के हवाले करना चाहती है.राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि लोकसभा में प्रस्तुत रेल बजट आजादी के बाद सबसे नीरस बजट है जिसमें यूपी जैसे बड़े राज्य की जनता की घोर उपेक्षा की गयी है उन्होंने कहा कि जब पेट्रोल व डीजल के दामों में वृद्धि हुई थी तब रेल किराये व माल भाड़े में 14-15 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी,अब जब इनके दामों में कमी हुई तो तो रेल भाड़ों में बढ़ी दरों को वापस न लिया जाना जनता के साथ बड़ा धोखा है.

रेल बजट निराशाजनक-भाकपा-माले

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले की राज्य की इकाई ने 2015-16 के रेल बजट को निराशाजनक और आम आदमी की जेब पर पिछले दरवाजे से बोझ बढ़ाने वाला बताया है.

रेल ढांचे को सुदृढ़,समृद्ध,सुरक्षित एवं समयबद्ध करने पर जोर-भाजपा

भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने रेल बजट को आधारभूत ढांचे को मजबूत करने वाला बताया है.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेई ने कहा कि बजट लोकलुभावने वायदों पर आधारित न होकर पहले से मौजूदा ढांचे को सुदृढ़,समृद्ध,सुरक्षित एवं समयबद्ध करने पर जोर दिया गया है.

उन्होंने आशा व्यक्त किया कि रेल यात्री किराये में कोई वृद्धि नहीं की गयी है जिससे महंगाई काबू में रहेगी.बजट में महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है.



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