27वीं वाहिनी पीएसीए सीतापुर में दरोगाओं ने लिया प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में 27वीं वाहिनी पीएसी में 188 दरोगाओं ने लिया प्रशिक्षण लिया.
प्रशिक्षण का कोई विकल्प नहीं (फाइल फोटो) |
पीएसी के सेनानायक आर्इपीएस डा. एसएन भारद्वाज ने उत्तर प्रदेश पुलिस के 188 दरोगाओं को पीएसी के 15 दिवस के व्यवहारिक प्रशिक्षण में वाहिनी के मनोरंजन कक्ष में इनका सम्मेलन कर सम्बोधित किया.
डा. भारद्वाज ने अपने सम्बोधन में पीएसी की गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मिशन एण्ड विज़न आफ पीएसी सर सीताराम कमेटी की संस्तुति के आधार पर प्रदेश का नया सशस्त्र रिज़र्व पुलिस बल बनाया गया.
उन्होंने कहा कि इसका नाम प्राविंशियल आर्म्ड कान्सटेबुलरी रखा गया है. इस बल की स्थापना के पश्चात पीएसी का प्रयोग हैदराबाद,कलकत्ता,मध्य प्रदेश, मुम्बई, असम, मणिपुर आदि में उपद्रवों को दबाने के लिए किया गया.
पीएसी ड्युटियॉ दंगों, आन्दोलनों, हड़तालों आदि से उत्पन्न होने वाली शान्ति एवं व्यवस्था की परिस्थितियॉ ऐसे कार्यो जिसमें बहुत से व्यक्तियों को लगाने की आवश्यकता हो, जैसे कुम्भ और अर्ध कुम्भ मेले, निर्वाचन, विदेशी उच्च पदाधिकारियों आदि का आगमन, कुख्यात डाकुओं के विरूद्ध कार्यवाहियॉ, धार्मिक त्यौहारों जैसे दशहरा, बकरीद, होली आदि के सम्बन्ध में कार्य एवं रक्षा सम्बन्धी कार्यो को पीएसी बल जिला पुलिस के निर्देशन में एवं उनकी सहायतार्थ करती है.
उन्होंने कहा कि पीएसी बल ने न केवल प्रदेश में बल्कि महत्वपूर्ण अवसरों पर प्रदेश के बाहर भी कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए ख्याति प्राप्त की हैं.
वर्तमान में पीएसी बल में एक आईआर वाहिनी सहित 33 वाहिनियां हैं जिनके अन्तर्गत 273 कम्पनियां हैं. पीएसी बल के शीर्ष पद पर पीएसी प्रमुख के रूप में अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी का पद सृजित है जिसका मुख्यालय लखनऊ में स्थित है.
इस अवसर पर वाहिनी के सहायक सेनानायक सुधीर शर्मा ने कार्यक्रम के रूप रेखा प्रकाश डाला.
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