व्हाट्सएप, फेसबुक, इंटरनेट और मोबाइल का इस्तेमाल न करें लड़कियां
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 36 बिरादियों के खाप मुखियाओं ने पंचायत में एक विवादित फैसला सुनाया है.
आखिर लड़कियों पर खाप की गाज क्यों (फाइल फोटो) |
पंचायत ने लड़कियों को व्हाट्सएप, फेसबुक, इंटरनेट, मोबाइल से दूर रहने और जींस नहीं पहनने का फरमान सुनाया है.
यह सर्वखाप पंचायत चौधरी कबूल सिंह के 115वें जन्मदिवस पर बुलाई गई थी. इसके अलावा पंचायत में सगोत्र विवाह का भी विरोध किया गया है. मंगलवार को मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना के शोरम गांव में 36 बिरादियों के खाप मुखियाओं ने पंचायत की.
पंचायत के फरमान के तहत खाप मुखियाओं ने युवतियों के लिए व्हाट्सएप, फेसबुक, इंटरनेट, मोबाइल के इस्तेमाल और जींस पहनने पर रोक लगाने का फरमान सुना दिया. लड़कियों को इन सबसे दूर रहने की हिदायत दी गई है.
पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के नेता चंदर पाल फौजी ने कहा कि लव के मामले में पहले अपनी लड़की को समझाओ, यदि नहीं माने तो गंगा जी दिखाओ.
वहीं, भाकपा जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने कहा कि खाप चौधरी सख्त निर्णय लें,किसी से न डरें. सगोत्र विवाह के लोग पागलों की श्रेणी में आते हैं.
बालियान खाप मुखिया चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि वह सगोत्र विवाह का पहले से ही विरोध कर रहे हैं, जो उनके बड़ों की परंपरा है. इसे वह नहीं तोड़ेंगे. खाप पंचायत ने यह फैसला सुनाते हुए कहा कि 18 साल के बाद लड़के या लड़की को मोबाइल दिया जाना चाहिए.
इससे पहले वह फेसबुक देखते हैं, व्हाट्सएप, गंदी फिल्में देखते है. तर्क है कि फेसबुक पर दोस्ती प्यार होकर टूटती है वह अच्छा नहीं है. फैसले में कहा गया है कि इंटर तक की लड़कियों को मोबाइल कोई जरुरत नहीं है.
गौरतलब है कि खाप पंचायतें बराबर लड़कियों और महिलाओं पर ही फैसला सुनाती आ रही है.
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