यूपी पुलिस का 'शर्मनाक' बयान, छोटे कपड़े और फोन की वजह से हो रहे है रेप
उत्तर प्रदेश के डीजीपी कार्यालय ने सूचना का अधिकार कानून के तहत बताया कि यूपी पुलिस ने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के पीछे मोबाइल और इंटरनेट संस्कृति, 'गैरशालीन' पहनावे आदि को जिम्मेदार बताया है.
छोटे कपड़े और फोन है रेप का कारण (फाइल फोटो) |
फिरोजाबाद जिले के नांगल खांगर, इटावा के भत्र्सना और हापुड कोतवाली के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि महिलाओं द्वारा उत्तेजक कपड़े पहनने की वजह से पुरूष उनकी तरफ गलत नीयत से आकर्षित होते हैं.
मुरादाबाद के पकबरा पुलिस थाने ने टेलीविजन और अश्लील विज्ञापनों को रेप के लिए जिम्मेदार ठहराया.
ज्यादातर पुलिस थानों की तरफ से जो जवाब दिया गया, उसमें रेप के लिए मोबाइल को जिम्मेदार बताया गया.
वहीं, विवाद बढ़ता देख पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ए. सतीश गणेश ने बताया कि राज्य पुलिस मुख्यालय को बहरहाल आरटीआई के तहत कतिपय थानों से दी गई ऐसी किसी ‘सूचना’ की जानकारी नहीं है, जिसके हवाले से कतिपय समाचार पत्रों में बलात्कार जैसी घटनाओं के पीछे मोबाइल और इंटरनेट संस्कृति और गैरशालीन पहनावे को जिम्मेदार बताने वाली खबरे छपी हैं.
गणेश ने पुलिस विभाग में आरटीआई के तहत दी जाने वाली जानकारी की व्यवस्था बताते हुए कहा कि पुलिस मुख्यालय पर आरटीआई के तहत आने वाले आवेदन सभी जोन के पुलिस प्रमुखों को प्रेषित कर दिये जाते है, जिसके बाद संबंधित थाने मांगी गई सूचनाएं सीधे आवेदन को प्रेषित कर देते हैं.
उन्होंने बताया कि अगस्त महीने में राज्य पुलिस मुख्यालय स्थित जनसूचना प्रकोष्ठ को लोकेश खुराना नाम के एक व्यक्ति ने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को रोकने और इसके संभावित कारणों आदि 10 बिंदुओं के बारे में जानकारी मांगी थी और व्यवस्था के अनुसार उनका आवेदन संबंधित पुलिस अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया था.
गणेश ने बताया कि व्यवस्था के तहत थानों से रिपोर्ट दी जाती है, प्रदेश में 1435 थाने है और उनकी तरफ से क्या रिपोर्ट दी गई, फिलहाल इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध नहीं है.
उन्होंने बताया कि कतिपय समाचार पत्रों में आरटीआई के तहत पुलिस थानों से दी गई कथित जानकारियों के हवाले से विवादास्पद खबरों को गंभीरता से लिया गया है और सभी जोन के पुलिस प्रमुखों को उनके क्षेत्र में आने वाले सभी थानों की रिपोर्ट संकलित करके उसके आधार पर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
गौरतलब है कि लोकेश खुराना की आरटीआई पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ थानों से मिली रिपोर्ट के आधार पर कतिपय समाचार पत्रों में यह खबर छपी थी कि पुलिस की निगाह में बलात्कार जैसी घटनाओं में बढ़ोत्तरी के पीछे मोबाइल और इंटरनेट संस्कृति का विस्तार और \'गैरशालीन\' पहनावा भी बड़ा कारण हैं.
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