विचाराधीन कैदियों ने किया भोजन का बहिष्कार
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में मंगलवार को छह बैरकों के विचाराधीन बंदियों ने भोजन का बहिष्कार कर दिया.
विचाराधीन कैदियों ने किया भोजन का बहिष्कार (फाइल फोटो) |
उनका आरोप था कि जेल प्रशासन उनके साथ दुर्व्यवहार करता है तथा उनके साथ पक्षपात किया जाता है.
इससे पूर्व, सोमवार को पेशी पर भेजे जाने पर अदालत में उपस्थिति दर्ज कराने से इंकार कर दिया. जिला कारागार से भेजे गए 107 बंदी अभिरक्षा के लिए भेजे गए कई विचाराधीन बंदी पुलिस के वाहन से उतरने के लिए तैयार नहीं हुए.
कारागार में पहुंचने के बाद पुन: उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए रात के खाने का बहिष्कार कर दिया. इस पर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने सिटी मजिस्ट्रेट तथा क्षेत्राधिकारी सदर प्रीति प्रियदर्शिनी को बंदियों को समझाने के लिए भेजा.
सिटी मजिस्ट्रेट खेम सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दरअसल, कुछ बैरकों के बंदियों का आरोप है कि जेल प्रशासन उनसे एक समान व्यवहार नहीं करता है. लेकिन जो अमीर बंदी हैं उनसे अलग व्यवहार किया जाता है और उन लोगों से अलग.
उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार कई बंदियों ने मंगलवार दिन में खाना नहीं खाया था और शाम को कुछ बैरकों के छह सौ से अधिक बंदियों ने शाम को पूरी तरह भूख हड़ताल कर दी.
सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि फिलहाल किसी प्रकार बंदियों को समझा-बुझाकर खाना खाने के लिए मना लिया है.
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जब विचाराधीन बंदियों ने न्यायालय में उपस्थिति दर्ज कराने से इंकार किया था तभी जेल प्रशासन ने समस्या जानने का प्रयास किया था. लेकिन जेलर ने जेल प्रशासन पर लगे आरोपों की सच्चाई से इंकार किया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने बताया कि वह पुलिस महानिदेशक को रिपोर्ट भेज रही हैं. आगे की कार्रवाई उनके निर्देशानुसार की जायेगी.
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