उत्तर प्रदेश एसटीएफ टीम को मध्य प्रदेश पुलिस ने बंधक बनाया !

Last Updated 20 Oct 2014 11:41:13 AM IST

बलखड़िया गिरोह के डकैत जुग्गी पटेल को गिरफ्तार करने मध्य प्रदेश गयी एसटीएफ की टीम को पुलिस ने बंधक बना लिया है.


यूपी एसटीएफ टीम मध्य प्रदेश में बंधक (फाइल फोटो)

एसटीएफ की टीम ने रविवार देर रात जुग्गी पटेल को सतना जिले के पास से पकड़ा था. टीम उसे लेकर वापस लौट रही थी तभी रास्ते में चेकिंग कर रही मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे रोक लिया. एसटीएफ की टीम ने उन्हें इस आपरेशन के बारे में जानकारी दी और आलाधिकारियों से सम्पर्क करने को कहा.

मध्य प्रदेश पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और एसटीएफ की टीम और जुग्गी पटेल को लेकर किसी गोपनीय स्थान पर ले जाकर बंधक बना लिया. जैसे ही यह सूचना आलाधिकारियों तक पहुंची डीजीपी मुख्यालय हरकत में आ गया और मध्य प्रदेश पुलिस से सम्पर्क कर कड़ी आपत्ति जाहिर की गयी.

बलखड़िया गिरोह का दुर्दात डकैत जुग्गी पटेल पिछले कुछ सालों में चित्रकूट और बांदा में करीब एक दर्जन से ज्यादा हत्याएं और तमाम अपहरण की वारदातें अंजाम दे चुका है. यूपी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.

मध्य प्रदेश में भी वह कई आपराधिक घटनाओं में वांछित चल रहा है. दोनों ही राज्यों की एसटीएफ की टीमें उसकी गिरफ्तारी के लगातार कई प्रयास कर चुकी है. यूपी एसटीएफ के बढ़ते दबाव की वजह से वह मध्य प्रदेश भाग गया और वहां पनाह ले ली.

रविवार को यूपी एसटीएफ को सूचना मिली कि जुग्गी पटेल अपने कुछ साथियों से मिलने सतना जिले के हरिनाथपुर गांव आने वाला है. सूचना पर तत्काल एसटीएफ की पांच सदस्यीय टीम को अत्याधुनिक असलहों के साथ उसे गिरफ्तार करने भेजा गया. एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर जुग्गी पटेल और उसके एक साथी को दबोच लिया और वापस चित्रकूट लौटने लगी. रास्ते में मध्य प्रदेश पुलिस की चेकिंग के दौरान एसटीएफ की गाड़ी को रोक लिया गया.

गाड़ी में अत्याधुनिक असलहे देखकर एमपी पुलिस ने सबको बंधक बना लिया और उनके असलहे जमा करा लिये. एसटीएफ टीम ने उन्हें अपना परिचय देते हुए आलाधिकारियों से सम्पर्क करने को कहा.

टीम ने एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस बाबत सूचना दी. इसके बाद एसटीएफ के अधिकारियों ने एमपी पुलिस की रीवा रेंज के एसपी पवन श्रीवास्तव से सम्पर्क कर उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया.

इसके बाद भी उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की. यह हालात देख डीजीपी मुख्यालय ने मध्य प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से इसे लेकर कड़ी आपत्ति जाहिर की है और गृह विभाग को पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया है. देर रात तक दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच इसे लेकर खासी तनातनी चल रही थी.

एमपी है सुरक्षित पनाहगाह

बुंदेलखंड इलाके में पिछले कुछ सालों से अपनी जड़ें गहरी कर रहे बलखड़िया गिरोह के कुख्यात डकैतों के लिए मध्य प्रदेश सुरक्षित पनाहगाह साबित हुई है. वे सिर्फ यूपी की सीमा में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने आते हैं. घटना के बाद वे तुरंत मध्य प्रदेश वापस लौट जाते हैं जिससे एसटीएफ के लिए उन्हें पकड़ पाना मुश्किल होता जा रहा था. दो लाख के इनामी जुग्गी पटेल, बबली कोल, चुन्नी लाल पटेल और रामू कोल की तलाश में यूपी एसटीएफ कई बार मध्य प्रदेश तक गयी लेकिन हर बार वे बच कर निकल जाते थे.

इस बार एसटीएफ को अपने आपरेशन में कामयाबी मिली लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. दो लाख के इनामी डकैत की गिरफ्तारी को लेकर दो राज्यों की पुलिस के बीच ऐसे हालात पैदा हो गये जिससे आलाधिकारियें को दखल देने की नौबत आ गयी.

सूत्रों के मुताबिक डीजीपी मुख्यालय ने एमपी पुलिस के रवैये और रीवा के आईजी के गलत आचरण को लेकर अपनी कड़ी आपत्ति मध्य प्रदेश सरकार से जाहिर की है. इस बारे में जानकारी के लिए एसटीएफ के अधिकारियों से सम्पर्क किया गया लेकिन उन्होंने कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया.

अशोक मिश्र
एसएनबी


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