उत्तर प्रदेश में महंगी हुई बिजली
उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार में गुरुवार से तीसरी बार बिजली की कीमतें बढ़ने जा रही हैं.
महंगी हुई बिजली (फाइल फोटो) |
पांच सौ यूनिट से ऊपर बिजली उपयोग करने पर अब 5 की जगह साढ़े पांच रुपए प्रति यूनिट की कीमत अदा करनी पड़ सकती है. दो सौ यूनिट तक अभी चार रुपए प्रति यूनिट देने पड़ते थे अब सिर्फ 150 यूनिट तक 4 रुपए और 151 से 300 यूनिट तक 4.50 रुपए देने पड़ सकते हैं.
राज्य सरकार ने घरेलू बिजली की दरों में 12 फीसदी का इजाफा कर दिया है. हालांकि इंडस्ट्रियल, कॉमर्शियल और अन्य कैटेगरी मिलाकर औसत वृद्धि 8.90 फीसदी की गई है. इसके अलावा 2.32 फीसदी सरचार्ज देना होगा. इस तरह घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को के लिए बिजली की दरों में कुल 14.32 फीसदी की वृद्धि हुई है.
यह जानकारी बुधवार को राज्य विद्युत नियामक आयोग के प्रमुख देश दीपक वर्मा ने दी.
संभावना जताई जा रही थी कि आयोग नई दरों का ऐलान 10 अक्तूबर के आसपास कर सकता है, पर दशहरा के ठीक पहले ही सरकार ने महंगाई की मार से बेहाल जनता को इतना बड़ा झटका दे दिया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद का कहना था कि यदि बिजली चोरी पर अंकुश लग जाए तो बिजली महंगी करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. परिषद ने पावर कार्पोरेशन प्रबंधन पर बिजली चोरी को लेकर गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सालाना आठ हजार करोड़ रुपये की बिजली चोरी हो रही है.
राज्यपाल राम नाईक द्वारा लाइन लॉस को कम करने से बिजली दर बढ़ाने की जरूरत न पड़ने की बात को सही ठहराते हुए परिषद अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि कार्पोरेशन प्रबंधन तो पिछले पांच वर्ष के लाइन लॉस का ब्यौरा ही विद्युत नियामक आयोग को नहीं सौंप रहा है.
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