जीवित्पुत्रिका व्रत आज
आश्विन कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि 16 सितम्बर मंगलवार को महिलाओं जीवित्पुत्रिका व्रत है. निराजल यह व्रत रहने वाली महिलाएं 17 सितम्बर को पारण करेंगी.
जीवित्पुत्रिका व्रत (फाइल) |
इसी दिन लक्ष्मीकुंड में 16 दिवसीय सोरहिया मेले का भी समापन होगा.
जिवित्पुत्रिका की व्रती महिलाओं का इस कुंड पर जमावड़ा होता है और वे पूजा-पाठ करती हैं.
आचार्य विमल जैन बताते हैं कि इस दिन हाथी पर सवार मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. वैसे तो श्राद्ध पक्ष में समस्त नवीन परिधान खरीदने का चलन नहीं है, लेकिन अष्टमी तिथि के दिन मां लक्ष्मी का वरदान है. इसलिए परिधानों के साथ स्वर्ण खरीदने का भी चलन है.
मान्यता है कि इससे धन-धान्य की प्राप्ति होती है. लक्ष्मीकुंड स्थित त्रिशक्ति श्रीपीठ महालक्ष्मी माता का वार्षिक श्रंगार एवं वार्षिक आरती बुधवार को होगी.
महंत शिव प्रसाद पांडेय ने बताया कि सायंकाल 4.00 बजे से रात 12 बजे तक विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे. इस श्रंगार में जिउतिया चण्डी माता, संकठा माता और शीतला गंगा माता का विशेष श्रंगार होगा.
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