योगी आदित्यनाथ बने महंत, गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में हुआ अभिषेक

Last Updated 15 Sep 2014 06:17:39 AM IST

गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के कारण नाथ पंथ की परंपरा के अनुसार योगी आदित्यनाथ का गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में अभिषेक किया गया.


योगी आदित्यनाथ बने महंत

नाथ पंथ से जुड़े देश भर से आये संतों-महंतों की अगुवाई में रविवार को मंदिर परिसर स्थित मुख्य भवन के हाल में अभिषेक कार्यक्रम सुबह से ही शुरू किया गया. अभिषेक कार्यक्रम के समापन तक तुरही की गर्जना तथा बैंडबाजों की धुन जारी रही. पूजन-अर्चन के बाद योगी आदित्यनाथ को आसन तक लाया गया. मंदिर से जुड़े पांच गृहस्थों ने उन्हें आसन पर बैठाया तथा तिलक लगाकर व्याघ्र चर्म की गद्दी पर बैठाया.

डॉ. इंद्रजीत शुक्ला, डॉ. हरिद्वार शुक्ला, रामानुज तिवारी, कलाधर पौडय़ाल व रामअधार पाण्डेय ने वैदिक मंत्रों से राजतिलक कराया. इसके बाद नाथ पंथ के संतों व महंतों ने चादर ओढ़ाकर योगी आदित्यना नाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर बनाया. बाद में गृहस्थों ने चढ़ावा व चादर चढ़ाकर कर आशीर्वाद लिया. अन्य संतों व गृहस्तों के आशीर्वाद लेने का क्रम देर तक चलता रहा. बाद में गोरक्षपीठाधीश्वर महंत आदित्यनाथ को परंपरागत तरीके से गोरखनाथ मंदिर ले जाया गया और उन्होंने पीठाधीश्वर बनने की परिक्रमा पूरी की.

योगी आदित्यनाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर बनाये जाने के बाद ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ को नाथ परंपरा के अनुसार समाधि दी गयी. पुलिस की टुकड़ी ने गार्ड आफ आनर दिया तथा मातमी धुन बजायी.  पद्यमासन की मुद्रा में उन्हें समाधि की पश्चिम दिशा में बनी समाधि गृह में रखा गया. समाधि में कच्चा रोट, वेद, जनेऊ, अधारी, खप्पर, झोली, चीनी, चावल, घी तथा नारियल पर दीप रखा गया. धूप, घी, लोबान व कपूर से अंतिम पूजा के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर महंत आदित्यनाथ ने समाधि गायत्री के साथ सबसे पहले मिट्टी डालकर अंतिम विदाई दी. मंदिर में सुबह से ही अभिषेक कार्यक्रम की तैयारियां चल रही थीं.

गोरक्षपीठाधीश्वर बनाये जाने के पूर्व योगी आदित्यनाथ ने सभी तैयारियों का खुद जायजा लिया तथा गोरक्षपीठ के पूर्व पीठाधीश्वरों के चित्रों की खुद सफाई की तथा कार्यक्रम स्थल पर लगवाया. अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के मंत्री महंत चेताई नाथ ने अभिषेक कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा करते हुए कहा कि अब योगी आदित्यनाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर की गद्दी पर बैठाया जायेगा. उन्होंने मंदिर से जुड़े रेवती रमण दास उर्फ राजा बाबू, धर्मेंद्र वर्मा, पुष्पदंत जैन, अरुणेश शाही व मारकण्डेय यादव के नामों की घोषणा करते हुए कहा कि ये गृहस्थ परंपरा के अनुसार योगी आदित्यनाथ को लेकर आसन तक आयें.

सभी गृहस्थ योगी आदित्यनाथ को लेकर आसन तक पहुंचे और राजतिलक किया. फिर आसन पर बिछायी गयी व्याघ्र चर्म की गद्दी पर बैठाया. इसके बाद तुरही की गर्जना के बीच योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर बनाये गये. अस्थल बोहर रोहतक हरियाणा के महंत, सांसद तथा अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चांदनाथ ने अन्य महंतों के साथ महंत आदित्यनाथ को  चादर चढ़ाया और जनेऊ पहनाकर स्वागत किया.

महंत निर्मलनंद, महंत गुलाब नाथ, महंत शेरनाथ, महंत पारस नाथ, महंत नारायण नाथ, महंत सुरेश दास, महंत शांति नाथ, डॉ. रामबिलास वेदांती, स्वामी चिन्मयानंद, महंत डेरादास, महंत नृत्य गोपाल दास चढ़ावा व चादर भेंट किया. विहिप के अंतरराष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश व केंद्रीय मंत्री पंकज, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी, शिव प्रताप शुक्ला, विनय कटियार, रमापति राम त्रिपाठी, सांसद कमलेश पासवान, सांसद सावित्री बाई फुले, नगर विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल, पूर्व महापौर अंजू चौधरी समेत अनेक लोगों ने महंत आदित्यनाथ का आशीर्वाद लिया.

योगी महासभा के अध्यक्ष बनेंगे महंत आदित्यनाथ
गोरक्षपीठाधीश्वर महंत आदित्यनाथ अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष बनाये जायेंगे. गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के बाद यह पद रिक्त हो गया है. ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ योगी महासभा के आजीवन अध्यक्ष थे. महासभा का मुख्यालय हरिद्वार में है जबकि उप कार्यालय गोरखनाथ मंदिर में है. अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महंत चांदनाथ व मंत्री महंत चेताई नाथ ने कहा कि अध्यक्ष की घोषणा योगी महासभा की बैठक में सर्वसम्मति से की जायेगी.



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