मुख्यमंत्री अखिलेश ने टेलीफोन कर जांची दफ्तर में पुलिस कप्तानों की मौजूदगी

Last Updated 31 Jul 2014 07:23:35 PM IST

कानून-व्यवस्था पर आलोचनाओं से घिरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिलों के पुलिस प्रमुखों के दफ्तरों में टेलीफोन कर उनकी मौजूदगी जांची.


Akhilesh yadav (file photo)

सरकार के एक प्रवक्ता ने लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री ने देवरिया, गोंडा और कुशीनगर के पुलिस अधीक्षकों को टेलीफोन करके दफ्तर में उनकी मौजूदगी के बारे में जानकारी ली.

उन्होंने बताया कि अखिलेश के फोन करने पर गोंडा तथा कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक अपने-अपने दफ्तरों में मौजूद पाये गये जबकि देवरिया के पुलिस अधीक्षक के बारे में पता लगा कि वह किसी आधिकारिक काम से इलाहाबाद गये हैं.

मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को पूर्वाह्न 10 से 12 बजे तक अपने-अपने दफ्तरों में मौजूद रहकर जनसमस्याएं सुनने के निर्देश दिये हैं.

मौजूदा दौर के नायकों को सम्मान देना जरूरी

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नयी पीढ़ी के सामने नये नायक लाने के लिये मौजूदा दौर के सफल लोगों को सम्मान देने का आह्वान किया.

मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर उत्तर प्रदेश विद्युत निगम के प्रबन्ध निदेशक एपी मिश्र की लिखित ‘सिफर से शिखर’ शीर्षक वाली किताब का विमोचन करने के बाद कहा कि हमारे बीच में जो भी लोग अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें पहचान और सम्मान मिलना चाहिये.

उन्होंने कहा कि जब तक हमारे अपने लोगों को नायक के रूप में सम्मान नहीं मिलेगा, तब तक हमारे समाज में बदलाव नहीं आयेगा. नयी पीढ़ी के सामने नये नायकों को लाना जरूरी है. साहित्य को समाज को दिशा देने वाला बताते हुए अखिलेश ने कहा कि वह खुद भी उनसे सीखने के लिये किताबों के साथ वक्त गुजारेंगे.

महाधिवक्ता को हटाने का आदेश

उत्तर प्रदेश सरकार ने महाधिवक्ता विनय चंद्र मिश्र को हटा दिया, वहीं मिश्र का आरोप है कि उन्हें साजिश के तहत हटाया गया है.

मिश्र को हटाने का फैसला राज्य कैबिनेट ने ‘सर्कूलेशन’ के जरिए किया. राज्य सरकार की ओर से 29 जुलाई को जारी अधिसूचना में कहा गया, ‘29 जुलाई से उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने विनय चंद्र मिश्र को महाधिवक्ता पद से मुक्त कर दिया है.’

अधिसूचना के मुताबिक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नया महाधिवक्ता चुनने के लिए अधिकृत किया गया है. मिश्र को पिछले साल नवंबर में एस पी गुप्ता के इस्तीफे के बाद महाधिवक्ता नियुक्त किया गया था.
 
16 आईएएस अधिकारियों का तबादला

उत्तर प्रदेश सरकार ने आज राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में फेरबदल करते हुए 16 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया और कुछ की जिम्मेदारियों में बदलाव किया.

गृह विभाग के सचिव विशाल चौहान को फैजाबाद का मण्डलायुक्त बनाया गया है. वह विपिन कुमार द्विवेदी का स्थान लेंगे जिन्हें बरेली के मण्डलायुक्त के पद पर नयी तैनाती दी गयी है. वाराणसी के मण्डलायुक्त आरएम श्रीवास्तव को मिर्जापुर के मण्डलायुक्त पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. प्रशिक्षण एवं सेवायोजन लखनऊ निदेशक अनिल कुमार द्वितीय को मिर्जापुर का मण्डलायुक्त बनाया गया है.

खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मुकुल सिंघल को खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. सचिवालय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव हृदयशंकर तिवारी को खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर भेजा गया है.

आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग तथा गैर परम्परागत ऊर्जा सोत विभाग के प्रमुख सचिव जीवेश नन्दन को नेडा के निदेशक पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. यह जिम्मेदारी खाद्य एवं रसद विभाग के विशेष सचिव कुमार रविकान्त सिंह को नयी तैनाती के रूप में दी गयी है.

अपर आयुक्त आवास जेबी सिंह द्वितीय को नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्र म विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है. स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के अपर महानिरीक्षक प्रमोद कुमार द्वितीय को चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव पद पर भेजा गया है.



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