फैजाबाद कचहरी में गोलीबारी, मारा गया हमलावर

Last Updated 09 Jul 2014 07:23:27 PM IST

यूपी के फैजाबाद जिले में कचहरी परिसर में पेशी पर लाये गये एक हिस्ट्रीशीटर पर किये गये हमले के दौरान गोलीबारी में एक हमलावर मारा गया.


फैज़ाबाद कचहरी में गैंगवार

इस घटना में तथा छह अन्य जख्मी हो गये.इस मामले में राज्य के पूर्व पर्यटन राज्यमंत्री समेत 11 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) अमरेन्द्र सिंह सेंगर ने संवाददाताओं को बताया कि 25 अक्तूबर 2010 को बीकापुर क्षेत्र में लेखपाल रामकुमार यादव की हत्या के मामले में फैजाबाद की अदालत में पेशी पर लाये गये धनपतगंज के ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू पर कचहरी परिसर में जयनेन्द्र शर्मा तथा साहिल नामक व्यक्तियों ने संदिग्ध रूप से संत ज्ञानेश्वर की हत्या का बदला लेने के लिये बम से हमला किया.

उन्होंने बताया कि हमले के बाद मोनू के साथ आये लोगों ने साहिल नामक हमलावर को गोली मार दी जिससे उसकी मृत्यु हो गयी. साहिल नेपाल का रहने वाला था.

सेंगर ने बताया कि वारदात में मोनू के अलावा उसका वकील ऋषि देव, मनोज, राजकुमार, श्रवण कुमार तथा अरविन्द सिंह नामक व्यक्ति जख्मी हो गये. उनमें से चार को लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. मोनू वर्ष 2012 में पीस पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुका है.

उन्होंने बताया कि पुलिस ने आम जनता की मदद से घेराबंदी करके एक अभियुक्त जयनेन्द्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से तीन बम बरामद किये गये हैं.

सेंगर ने बताया कि इस मामले में राज्य की पूर्ववर्ती मायावती सरकार में पर्यटन राज्यमंत्री रहे विनोद कुमार सिंह तथा दो अन्य अभियुक्तों कमला देवी एवं जयनेन्द्र शर्मा के खिलाफ नामजद तथा सात-आठ अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है.

सेंगर ने बताया कि फैजाबाद कचहरी परिसर की सुरक्षा में डेढ़ सेक्शन पीएसी, दो उपनिरीक्षक, आठ आरक्षी तथा 15 होमगार्डस जवान तैनात हैं.

उन्होंने बताया कि मूल से रूप से सुलतानपुर के कूड़ेभार के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर बदमाश मोनू पर कोतवाली नगर, कूड़ेभार, बल्दीराय के अलावा अमेठी जिले के मुसाफिरखाना, इलाहाबाद के हण्डिया, फैजाबाद के बीकापुर थाने में हत्या, हत्या के प्रयास, बलवा, गैंगस्टर, गुंडा एक्ट आदि के 19 मुकदमे दर्ज हैं.

सेंगर ने बताया कि वर्ष 1999 में मोनू के पिता इंद्रभद्र सिंह की हत्या संत ज्ञानेश्वर ने करायी थी. वर्ष 2006 में संत ज्ञानेश्वर की हत्या मोनू और उसके भाई चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू ने करायी थी. ज्ञानेर की हत्या का बदला लेने के लिये उनके शिष्य साहिल और जयनेन्द्र ने कचहरी में मोनू पर हमला किया था.

गृह सचिव कमल सक्सेना ने इस मौके पर कहा कि कचहरी में इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद लोग बम और अन्य हथियार लेकर कैसे पहुंच गये, यह जांच का विषय है.

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकुल गोयल, फैजाबाद के मंडलायुक्त और परिक्षेत्रीय उपमहानिरीक्षक मौके पर पहुंचे हैं.

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