वाराणसी में मोदी का प्रस्तावक बनने से उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के परिजनों का इंकार
बनारस लोकसभा चुनाव में भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का प्रस्तावक बनने से भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के परिजनों ने इंकार कर दिया है.
उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के बेटे जामिन हुसैन और पौत्र आफाक हैदर |
काली महाल स्थित उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के बेटे जामिन हुसैन और पौत्र आफाक हैदर ने पत्रकारों से बातचीत में इतवार को कहा कि नगर प्रमुख ने गत दिनों कुछ ज़रूरी काम से फोन करके अपने आवास पर बुलाया था, हम लोगों ने सोचा कि कोई संगीत का प्रोग्राम है इसलिए वहां गये, जहां पर गुजरात के दो लोग बैठे थे जिनसे मेयर साहब ने हम लोगों को मिलवाया.
उन्होंने कहा कि उन दोनों ने कहा कि मोदी जी ने खास कर उनसे मिलने के लिए ही हमें बनारस भेजा है. वह चाहते हैं कि इस चुनाव में दो प्रस्तावकों में से एक बिस्मिल्लाह खां के परिवार का कोई हो दूसरा मदन मोहन मालवीय जी के परिवार का.
जामिन हुसैन ने कहा कि मोदी के भेजे प्रस्ताव पर हम लोगों ने इंकार कर दिया और कहा कि हम लोग तो समझ कर आये थे कोई संगीत के प्रोग्राम के लिए बुलाया होगा तभी हम आये.
उन्होंने कहा कि सियासत से न तो उस्ताद का कोई लेना देना था और न ही हमारा.
दोनों ने उनके प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उस्ताद बनारस की गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल थे और यह प्रस्ताव इस तहज़ीब के खिलाफ है.
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