राजस्थान बजट : भाजपा ने बजट को विकास के पथ पर ले जाना वाला बताया, विपक्ष ने निराशाजनक बजट बताया
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान के आगामी वित्तिय वर्ष के बुधवार को पेश किये बजट को प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने वाला बताया है वहीं प्रतिपक्ष ने कहा कि बजट ने हर वर्ग को निराश किया है.
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (फाइल फोटो) |
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि बजट से साफ लगता है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने वित्तिय प्रबंधन का शानदार इस्तमाल करते हुए प्रदेश के विकास के सर्वागीण विकास के प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछली कांग्रेस सरकार की आर्थिक अनियमताओं से गडबडाये आर्थिक तंत्र को संभालते हुए सभी वर्ग का विकास किया है यह सिलसिला आगे भी जारी रखने की बात कही है.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट को निराशा करने वाला बजट बताते हुए कहा कि मंहगाई से जुझ रहे लोगों को कोई राहत नहीं दी गयी है, प्रदेश की बाडमेर रिफाईनरी, जयपुर मेट्रो और आदिवासी क्षेत्र को जोडने वाली रेल परियोजनाओं की जानबुझकर अनदेखी की है.
नेता प्रतिपक्ष रामेर डूडी ने कहा कि नोटबंदी से जुझ रहे लोगों को राहत देने के लिए बजट में कुछ नहीं है. नये जिलों की आस लगाये लोगों को भारी निराश होना पडा. गत बजट की घोषणाए पूरी नहीं हुई ऐसे में नयी घोषणाओं पर विश्वास नहीं किया जा सकता.
जयपुर मेयर अशोक लाहौटी ने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट को वस्तु एवं सेवा कर से जोड़कर पेश किया है जो दूरगामी सोच का परिचय है. बजट में किसान, महिला, युवा, गरीब मजदूर, कर्मचारी सहित हर व्यक्ति को राहत प्रदान की गई है.
राजस्थान प्रदेश कांगेस कमेटी की प्रवक्ता डा अर्चना शर्मा ने कहा कि बजट में नोटबंदी के बाद पिछले वर्ष जिस प्रकार सरकार राजस्व वसूली में फैल रही उसका प्रभाव बजट में देखने को मिला है. मुद्रांक शुल्क में कटौती सिर्फ सरकार द्वारा राजस्व अर्जित करने का एक माध्यम है, इससे कोई राहत नहीं मिलेगी, क्योंकि नोटबंदी से आम आदमी की कमर टूटी है.
युवाओं के लिये गई घोषणा मात्र छलावा है क्योंकि युवाओं को रोजगार सजृन के बारे में कोई विचार नहीं है.
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के अमरा राम ने बजट को केवल थोथी घोषणाओं का पुलंदा बताते हुए कहा कि इसमें मजदूर, किसान, गरीब, मेहनतकश जनता के हितों की पूर्णतया अनदेखी की गई है. बजट में रोजगर सजृन की कोई योजना नहीं है. गत तीन बजटों की ज्यादातर घोषणाएं अभी तक अधूरी पडी है.
कनफैडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज (राजस्थान) के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बजट का स्वागत करते हुए कहा कि बजट में शिक्षा स्वास्थ्य पानी सडक जैसे मुद्दों महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है.
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