राजस्थान: तेंदुआ प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार करने की मांग
राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सरिस्का बाघ अभ्यारण्य के निकट विगत दिनों तेंदुए द्वारा छह लोगों को मार देने का मामला उठाया गया
फाइल फोटो |
जस्थान विधानसभा में मंगलवार को राजपा विधायक डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने सरिस्का बाघ अभ्यारण्य के निकट विगत दिनों तेंदुए द्वारा छह लोगों को मार देने का मामला उठाते हुए सरकार से ऐसे इलाकों के लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने, तेंदुआ को चिन्हित करने में विफल रहे अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और प्रभावित परिजनों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज घोषित करने की मांग की.
डॉ मीणा ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से तेंदुए ने छह लोगों को मार डाला. वनविभाग के अधिकारियों ने दो तेंदुओं को पकडने के कुछ दिनों बाद उन्हें सरिस्का क्षेत्र में छोड़ दिया था जिसकी वजह से यह वारदात हुई. उन्होंने कहा कि तेंदुआ के खौफ से प्रभावित इलाकों में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात हो गये और ग्रामीणों के खेतों में नहीं जाने के कारण फसल भी तबाह हो गयी है.
उन्होंने तेंदुए के शिकार छह लोगों के परिजनों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज घोषित करने और तेंदुआ प्रभावित इलाकों की सुरक्षा के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने की मांग की.
वन मंत्री गजेन्द्र सिंह खिंवसर ने बताया कि जांच रिपोर्ट नहीं आने तक किसी तेंदुआ को आदमखोर नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि वन विभाग ने छह लोगों पर हमला करने वाले तेंदुआ को चिन्हित कर पकड़ लिया गया है और उसके नमूने लेकर हैदराबाद प्रयोगशाला में भेजे गये हैं. रिपोर्ट मिलने पर अगली कार्यवाही की जायेगी.
खिंवसर ने कहा कि किसी जानवर को पकड कर लम्बे समय तक चिड़ियाघर में नहीं रखा जा सकता और उसे वापस जंगल में छोडना होता है.
उन्होंने बताया कि तेंदुए के शिकार हुए छह लोगों के आश्रितों को चार चार लाख रूपये की आर्थिक मदद दी जा चुकी है और उनके परिवार के एक एक बालिग सदस्य को रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जायेगा.
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