राजस्थान के सरिस्का इलाके में छह लोगों को शिकार बना चुके तेंदुए को मेनका गांधी का गोली नहीं मारने के निर्देश
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने वन विभाग के अधिकारियों को आदमखोर पैंथर को गोली मारने की बजाए उसकी पहचान करने के निर्देश है.
मेनका गांधी (फाइल फोटो) |
सरिस्का के क्षेत्रीय निदेशक आरएस शेखावत ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री मेनका गाँधी का फोन आया था.
उन्होंने कहा कि फ़िलहाल आदमखोर पैंथर की पहचान के सबूत नहीं है और गोली मारने से किसी निर्दोष पेंथर की जान जा सकती है.
इसलिए क्षेत्र में कुछ दिनों तक जितने भी पैंथरों का मूवमेंट होगा उन्हें ट्रेंकुलाइज करने और पिंजरे में पड़कने के प्रयास किये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि पकड़े गए पैंथरों का डीएनए टेस्ट कराकर उसका मिलान किया जाए और आदमखोर पेंथर को चिन्हित किया जाएगा. शेखावत ने बताया कि इसके लिए फिलहाल सरिस्का के जैतपुर और सिलीबावड़ी क्षेत्र में पांच पिंजरे और 20 कैमरे ट्रेप और दो डाक्टरो की ट्रंकुलाइज टीम मौजूद है.
इसके आलावा क्षेत्र में दिन रात पुलिस और फारेस्ट की 6 सर्च टीम भी मौके पर पेंथर को ढूंढने में लगी हुई है. सरिस्का प्रसासन ने गाँवो के लोगो को शाम साढे चार बजे के बाद और सुबह सात बजे से पहले घरो से बहार खेतो और जंगल में नही जाने की अपील की है. जिससे आदमखोर पेंथर के हमले से बचा जा सके.
गौरतलब है कि सरिस्का क्षेत्र से सटे इलाकों में तेंदुआ एक सप्ताह में चार लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इससे पहले भी रायपुरिया क्षेत्र में तेंदुआ एक महिला समेत दो लोगों को शिकार बना चुका है.
इन घटनाओं के बाद वन विभाग ने तेंदुआ को जिंदा पकड़ने या गोली मारने के आदेश दिये थे.
दो दिन पूर्व वन विभाग के उच्च अधिकारियो द्वारा आदमखोर पेंथर को गोली मारने के आदेश पर अघोषित रोक लगा दी गई है और आदमखोर पेंथर को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद करने का प्रयास किया जा रहा है.
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