अजमेर शरीफ के लिए सीआईएसएफ की सुरक्षा चाहती है दरगाह कमेटी
केंद्र सरकार के अधीनस्थ संचालित अजमेर दरगाह कमेटी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की इस मशहूर दरगाह की सुरक्षा में सीआईएसएफ की तैनाती की मांग की है.
CISFकी सुरक्षा चाहती है दरगाह कमेटी (फाइल फोटो) |
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष शेख अलीम के नेतृत्व में कमेटी के एक शिष्टमंडल ने अपनी मांगों को लेकर बीते शुक्र वार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से मुलाकात की थी. कमेटी ने केंद्र सरकार के समक्ष कई मांगें रखीं जिनमें दरगाह के लिए सीआईएसएफ की सुरक्षा की मांग शामिल है.
अलीम ने ‘भाषा’ से कहा, ‘‘सभी जानते हैं कि 2007 में दरगाह परिसर में विस्फोट हो चुका है. यहां जायरीनों की संख्या बहुत अधिक होती है. ऐसे में हम लंबे समय से सुरक्षा से जुड़ी चिंता जता रहे हैं. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार दरगाह परिसर की सुरक्षा सीआईएसएफ के सुपुर्द करे.’’
गौरतलब है कि अजमेर दरगाह परिसर में 11 अक्तूबर, 2007 को विस्फोट हुआ था जिसमें तीन लोग मारे गए थे और 17 घायल हो गए थे.
कमेटी के शिष्टमंडल ने दरगाह क्षेत्र को स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लाने और दरगाह परिसर के आसपास विकास कार्य करने सहित कई और मांगे सरकार के समक्ष रखी हैं.
अजमेर दरगाह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है जहां हर साल लाखों जायरीन जियारत के लिए पहुंचते हैं. यहां पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं.
दरगाह का प्रबंधन दरगाह कमेटी द्वारा किया जाता है. यह कमेटी केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के तहत काम करती है.
| Tweet |