कुछ राज्यों में समय से पहले चुनाव की आशंका, तैयार रहे कार्यकर्ता - कामत
राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव और राजस्थान प्रभारी गुरुदास कामत ने आशंका व्यक्त की है कि सैनिक कार्रवाई का श्रेय लेकर भारतीय जनता पार्टी कुछ राज्यों में समय से पहले चुनाव करा सकती है, लिहाजा कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार रहे.
राजस्थान प्रभारी गुरुदास कामत (फाइल फोटो) |
कामत ने शुक्रवार को बीकानेर में कांग्रेस सेवादल के राज्यस्तरीय सम्मेलन में सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हाल में की गई सैन्य कार्रवाई (सर्जिकल स्ट्राइक) का श्रेय लेते हुए इसका सभी राज्यों में बखान कर रहे हैं, उससे यह संभव है कि वह कुछ राज्यों में समय से पहले चुनाव कराने की घोषणा कर दें. उन्होंने कहा कि गुजरात में इस तरह की चर्चा है. इससे प्रतीत होता है कि आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है. लिहाजा कार्यकर्ताओं को चुनावों के लिये हर समय तैयार रहना चाहिए.
कामत ने कहा कि पठानकोट और ऊरी में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरुरत थी लेकिन इसका श्रेय सरकार को नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे सेना के जवानों की जाने गई हैं और भाजपा उत्तर प्रदेश में सैन्य कार्रवाई की सफलता के पोस्टर लगा रही है. मोदी सरकार इसका राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास कर रही है.
कामत ने कहा कि सैन्य कार्रवाई कांग्रेस कार्यकाल में भी की गई थी लेकिन नीति के तहत इसका श्रेय लेने का प्रयास नहीं किया गया. कामत ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लोगों में दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है. इसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा.
सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की किसी से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, न ही किसी के प्रति दुर्भावना है. हमारा वैचारिक संघर्ष है. हम अपने किसानों की चिंता करते हैं. जनता की चिंता करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें साम्प्रदायिक ताकतों को पराजित करना है.
पायलट ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाती हैं. उन्हें दो साल बाद पता चलेगा जब जनता उन्हें सबक सिखायेगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार मुंह छिपाते हुए जनता के सामने आने से डरती है.
उन्होंने कार्यकर्ताओं का आहवान किया कि वे संगठित होकर संघर्ष करें. अगली बार सभी को प्रतिनिधित्व देते हुए जीतने वाले प्रत्याशी को टिकट दिया जायेगा.
इससे पहले अखिल भारतीय सेवादल के मुख्य संगठक महेन्द्र जोशी ने कहा कि हमारे सामने वैचारिक चुनौती है. जिनका स्वतांता आंदोलन में योगदान नहीं था वे तिरंगा निकालते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे सामने साम्प्रदायिक शक्तियों का प्रश्न भी है. देश की अस्मिता और स्थिरता का प्रश्न है.
लोकतांत्रिक मूल्यों का सवाल है. हमें खतरों से निपटने का संकल्प लेना चाहिए. जोशी ने कार्यकर्ताओं का आवान किया कि वे वर्ष 2018 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार लाने के लिये अभी से जुट जायें.
| Tweet |