साधु-संतों ने किया पुष्कर में शाही स्नान
राजस्थान के पुष्कर मेले में देशभर से आए संतों ने शाही स्नान किया.
साधु-संतों का पुष्कर में शाही स्नान (फाइल फोटो) |
विश्व विख्यात पुष्कर स्थित पवित्र सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है. कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के साथ ही पांच दिन से चल रहा पंच तीर्थ महास्नान पूरा हो जाएगा. हल्की ठंड के बीच सेन भक्ति पीठ के संस्थापक सेनाचार्य अचलानंद एवं स्वामी प्रेमदास के सानिध्य में बैडबाजों के साथ रामधुनी गाते हुए कस्बे के मंदिर एंव मठ के संत महंत गुरूद्वारे से सप्तऋषि घाट पहुंचे. जहां मंत्रोच्चार के साथ संतों ने ब्रह्मघाट पर पहुंच पूजा अर्चना कर शाही स्नान किया.
शाही स्नान के बाद संत परिक्रमा करते हुए शोभायात्रा के रूप में गऊ घाट, वराह घाट होते हुए गंतव्य की ओर रवाना हुए. कार्तिक चर्तुदशी पर स्नान के लिए बीती रात ही भारी संख्या में श्रद्धालु पुष्कर पहुंच गए और भोर होते ही सरोवर में डुबकियां लगाना शुरू कर दी.
जिला प्रशासन ने पंचतीर्थ स्नान के मद्देनजर घाटों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं. इसके तहत पुलिस के जवानों के साथ ही स्काउट एवं गाइड को भी लगाया गया है.
बुधवार को मेले का अंतिम स्नान होगा. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिले अलर्ट के बाद यहां की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. ब्रह्माा मंदिर के दर्शन के बाद सैंकड़ों साधु-संत जत्थों में पुष्कर के साऋषि घाट पहुंचे और स्नान किया.
मेला इस समय अपने पूरे परवान पर है और देशी- विदेशी पर्यटक यहां बड़ी संख्या में मौजूद हैं. मेले में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन जारी है और पर्यटक इसका जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.
इस मौके पर श्री ब्रह्मा गायत्री तीर्थ विकास संस्थान के अध्यक्ष राकेश पाराशर, सचिव सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर, हरिप्रसाद पाराशर, हरी प्रसाद जावला, सोनू खत्री, ओम प्रकाश पाराशर, गोविंद शर्मा सहित अनेक समाज सेवियों ने साधु-संतों का शॉल एवं माला पहना कर अभिनंदन किया.
स्नान के बाद संतों की शाही यात्रा गाजे-बाजे के साथ दोबारा नगर परिक्रमा करती हुई आश्रम पहुंचने पर संपन्न हुई. शाही यात्रा का बाजार में नगर वासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. प्रेमदास महाराज ने पुष्कर तीर्थ की महिमा पर प्रकाश डाला तथा श्रद्घालुओं से तीर्थराज पुष्कर की मर्यादा बनाए रखने का आह्वान किया.
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