राजस्थान में वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त

Last Updated 31 Jul 2015 03:36:56 PM IST

राजस्थान के बीकानेर,नागौर, पाली, जालौर,सिरोही जिलों में बाढ़ के पानी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तथा वर्षा जन्य हादसों में सौलह लोंगो की मौत हो गई.


राजस्थान में वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त (फाइल फोटो)

बीकानेर में कोलायत,नोखा क्षेत्र में तेज वर्षा के कारण कई कच्चे मकान गिर गये. नोखा में एक मकान गिरने से एक बालिका की मौत हो गई. बीकानेर संवाददाता के अनुसार जिले के कोलायत थाना क्षेत्र में कल रात लगातार बारिश से एक मकान ढ़हने से एक बालिका की मौत हो गई जबकि दो बच्चों सहित चार मामूली रूप से घायल हो गये. 

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन दिन से लगातार जारी बारिश से कोलायत में टोकला गांव की रोही में रात करीब सवा एक बजे एक मकान ढह गया. इससे मलबे में कोमाराम का पूरा परिवार दब गया.

सूत्रों ने बताया कि उन्हें मलबे से निकाला गया तब तक मंजू (13) की मौत हो चुकी थी जबकि कोमाराम,उसकी पत्नी रामप्यारी, पुत्र शिव (12) और पुत्री हीरा (16) के मामूली चोटें आईं.

सूत्रों ने बताया कि नोखा कस्बे में भी गुरुवार की रात बारिश से एक मकान ढह गया लेकिन सौभाग्यवश इससे जनहानिनहीं हुई. बीकानेर जिले में पिछले सप्ताह से लगातार बारिश का दौर जारी है.

इससे कई कच्चे मकान ढह गये हैं. खासकर कोलायत के ग्रामीण क्षेत्रों में मकानों के ढहने का सिलसिला जारी है. वहां अब तक दो सौ से अधिक मकान ढहने की सूचना है. बीकानेर शहर में पिछले तीन दिन से सूरज के दर्शन नहीं हुए. यहां रिमझिम बरसात हो रही है.

इससे पुराने मकानों को खतरा पैदा हो गया है. स्थानीय प्रशासन ने हालांकि स्थिति से निपटने के लिये बाढ नियांण कक्ष बनाया है लेकिन वह कितना सजग हैं यह इसी से पता चलता है कि उन्हें बालिका की मौत और सैंकडों मकान ढहने की जानकारी ही नहीं है.

सूत्रों ने बताया कि मौसम विभाग की पूर्वानुमानों के विपरीत बीकानेर जिले में अब तक सामान्य से अधिक करीब 200 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. नागौर जिले के श्री बालाजी में एक मकान की छत गिरने से 15 वर्षीय अर्चना एवं छह वर्षीय सीताराम की मौत हो गयी जबकि इनकी मां आचूकी (30) एवं उसका दो वर्षीय पुत्र गंभीर रुप से घायल हो गये जिन्हें बीकानेर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.  

जायल क्षेत्र में वर्षा का पानी मकानों में घुस गया तथा कई गांवों की चौपालें पानी से भी गई. खेतों में भी काफी पानी इकट्ठा हो गया.

जालौर जिले में वर्षा का दौर थम गया लेकिन घरों , सरकारी दफ्तरों एवं सड़क पर दो दिन पहले हुई वष्रा का पानी अब तक भरा हुआ है. जालौर-जोधपुर मार्ग अब भी बंद है तथा सांचौर के कई गांवों में पानी भरा हुआ है , कई रास्ते अवरुद्व है.

भीनमाल में सेना ने मोर्चा संभाल रखा है. जालौर जिले में अब तक वर्षाजन्य हादसों में सात लोग तथा सिरोही में चार लोग मारे जा चुके है जिनके परिजनों को सरकार ने मुआवजा देने की घोषणा की है.

सिरोही जिले के माउंट आबू के आस पास के क्षेत्रों में भी सड़के टूटी हुई है तथा आबूरोड़ , अम्बाजी मार्ग पर यातायात में समस्या आ रही है. प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टी कर दी है.

पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में भी वर्षा के पानी की निकासी नहीं होने से लोंगो को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इधर भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा के पास टिटरिया गांव में मकान गिरने से महिला की मौत हो गयी.
 



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