'स्वच्छ भारत का अभियान' आत्मशुद्धि होने पर ही सफल :तुषार
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा है कि स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ ऐलानों से ही पूरा नहीं होगा.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी (file photo) |
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत तब होगा जब भारत के निवासी न सिर्फ झाडू हाथ में लें बल्कि कूडाकरकट भी ना फैलाएं.
उन्होंने कहा कि बापू के सपनों का स्वच्छ भारत आत्म शुद्धि के साथ शुरू होना चाहिए सिर्फ झाडू लगाने से स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं हो सकता.
गुरुवार को जयपुर में एक संगोष्ठी में भाग लेने आये तुषार गांधी ने संवाददाताओं एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि बापू का दर्शन ऐसा है कि वह हर बात हर विचारधारा के लिये उपयुक्त बैठता है और उसे अपनाना बहुत आसान हो जाता है.
उन्होंने कहा कि बापू ने अपनी जिंदगी में ही सफाई स्वच्छता की मिसाल दी थी, उनके स्वच्छता के नारे और उनके चश्मे का यदि सही इस्तेमाल किया जाये तो ताज्जुब नहीं कि वह आज भी कारगर हो.
तुषार गांधी से जब प्रश्न किया कि क्या हम देश को गांधी जी के सपनों का भारत बना पाए हैं तो उन्होंने कहा,‘‘नहीं’’. उन्होंने एक अन्य प्रश्न के जवाब में कहा कि जो लोग बापू को अपनी पेरणा का सोत कहते हैं और जो लोग बापू को अब अपनाना चाहते है किसी ने भी उनके साथ वफादारी नहीं की.
Tweet |