पोकरण में पशुओं पर चिपके टिक्स के साथ रक्त नमूने भेजे जाएंगे दिल्ली
राजस्थान में पोकरण के आसपास के इलाकों में लोगों के रक्त नमूने लिए जाएंगे, जिनकी जांच भी दिल्ली में होगी.
क्राइमीन कान्गो के लिए जाएंगे नमूने (फाइल फोटो) |
जोधपुर से मिली जानकारी के अनुसार पशुओं के शरीर पर चिपकने वाले टिक्स (चीचड़) से संक्रमित होकर इंसानों में फैलने वाली बीमारी क्राइमीन कान्गो हेमरेजिक फीवर (सीसीएचएफ) को लेकर अब जैसलमेर के पोकरण में पशुओं पर चिपके इन टिक्स के साथ रक्त नमूने लेकर दिल्ली स्थित प्रयोगशाला भेजे जाएंगे.
जोधपुर आई नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की टीम जब्बरसिंह को प्रथम सोर्स मानकर जांच कर रही है.
जब्बरसिंह के गांव रतन की बस्सी से पालतू पशुओं से ये नमूने लिए जाएंगे. इसमें पशु चिकित्सकों की मदद ली जाएगी. स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. आदित्य आत्रे ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में बताया कि अब तक की जांच में सीसीएचएफ के प्रथम सोर्स माने जा रहे जब्बरसिंह के गांव रतन की बस्सी (पोकरण) के आसपास के इलाकों में लोगों के रक्त नमूने लिए जाएंगे, जिनकी जांच भी दिल्ली में होगी.
सीएमएचओ डॉ. युद्धवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों मृतकों और सीसीएचएफ से पीड़ित दो अन्य रोगियों के संपर्क में आने वाले करीब 80 लोगों की फरवरी के प्रथम सप्ताह तक लगातार मॉनिटरिंग करेगी. वहीं अहमदाबाद में इलाज करवा रहे दोनों सीसीएचएफ पीड़ितों की हालत में अब सुधार है.
एक मृतक नर्सिगकर्मी के साथ रहने वाले युवक का सैंपल भी पुणो स्थित वायरोलॉजी लैब भेजा गया है. अधीक्षक डॉ. दीपक वर्मा के अनुसार तीन-चार दिन में इसकी रिपोर्ट आएगी. यदि दिल्ली की प्रयोगशाला जांच में संक्रमण की पुष्टि होती है तो ऐसे मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में लेकर उनका आइसोलेशन वार्ड में इलाज किया जाएगा.
सीएमएचओ डॉ. राठौड़ ने आदेश जारी कर गोयल अस्पताल की पुरानी इमारत में मरीजों को भर्ती करने की सुविधा (इनडोर सेवा) बहाल करने के आदेश जारी कर दिए. नई इमारत में पूरी तरह से फ्यूमिगेशन होने के बाद वहां भी इनडोर समेत सभी स्वास्थ्य सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
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