PHOTOS:जयपुर साहित्य उत्सव 2015 में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चर्चा
Last Updated 21 Jan 2015 08:14:47 PM IST
अक्सर पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें जलाए जाने का मार्ग प्रशस्त करने वाली असिहष्णुता ने भारतीय लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा पैदा कर दिया है जहां दुर्भाग्य से वास्तविक साहित्य को आपत्तिजनक विषय-वस्तु से अलग करने वाली कोई लक्ष्मण रेखा नहीं है. जयपुर साहित्य उत्सव में यही चर्चा चली.
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