वडोदरा में बाढ़ जैसी स्थिति, विमित्री नदी में बाढ़

Last Updated 10 Sep 2014 07:05:05 PM IST

वड़ोदरा के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण विमित्री नदी का जलस्तर बढ़ गया है.


वडोदरा में बाढ़ जैसी स्थिति, विमित्री नदी में बाढ़ (फाइल फोटो)

 और उसके पास की आवासीय कॉलोनियों में पानी भर जाने से दो लाख से ज्यादा लोग प्रभावित प्रभावित हुए हैं .

वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) की स्थायी समिति के अध्यक्ष हितेंद्र पटेल ने बताया, ‘‘नदी का जलस्तर बढ़ने से आवासीय इलाके विशेषकर शहर के पश्चिमी हिस्से के इलाके जलमग्न हो गए हैं और इसके कारण दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.’’

उन्होंने बताया कि शहर के बुरी तरह से प्रभावित इलाकों में पानीगेट, कारलीबाग, मांडवी, सयाजीगंज और मुंझमाहुदा इलाके शामिल हैं जहां आवासीय इलाकों में पानी घुस गया है.

प्रशासन ने कल इन इलाकों से 1,500 लोगों को और आज 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया .

शहर में नदी के पास स्थित सर सयाजीराव गायकवाड़ अस्पताल और चिड़ियाघर में भी पानी घुस गया है जिसके कारण अधिकारियों को चिड़ियाघर के कुछ जानवरों को वहां से अन्यत्र ले जाना पड़ रहा है.

विामित्री नदी पर बने सभी तीनों पुल बंद कर दिये गये हैं. प्रशासन ने सभी स्कूलों और कॉलेजों को भी बंद करने का निर्देश दिया है.

विमित्री नदी में जल का स्तर फिलहाल 33.5 फुट है जो कि खतरे के निशान 26 फुट से अधिक है. नदी के जलग्रहण क्षेत्रों और अजवा बांध पर कल लगातार बारिश हुई इसके कारण नदी में पानी छोड़ा गया था.  वड़ोदरा में नदी के पास स्थित सर सयाजीराव गायकवाड़ अस्पताल और चिड़ियाघर में भी पानी घुस गया है जिसके कारण अधिकारियों को चिड़ियाघर के कुछ जानवरों को वहां से अन्यत्र ले जाना पड़ रहा है.

विामित्री नदी पर बने सभी तीनों पुल बंद कर दिये गये हैं. प्रशासन ने सभी स्कूलों और कॉलेजों को भी बंद करने का निर्देश दिया है.

विमित्री नदी में जल का स्तर फिलहाल 33.5 फुट है जो खतरे के निशान 26 फुट से अधिक है. नदी के जलग्रहण क्षेत्रों और अजवा बांध पर कल लगातार बारिश हुई इसके कारण नदी में पानी छोड़ा गया था.

भारद्वाज ने कहा, ‘‘वीएमसी ने आज सुबह साढ़े पांच बजे से शहर के बाहरी इलाके में स्थित अजवा बांध से पानी छोड़ना बंद कर दिया है. यह तब किया गया था जब विामित्री नदी शहर के मध्य भाग में खतरे के निशान 26 फुट से 7.6 फुट ऊपर बह रही थी .’’

उन्होंने कहा कि बांध के 128 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका है जब पानी का स्तर 215 फुट को पार कर गया जबकि इसकी क्षमता 214 फुट है .

नगर प्रशासन ने कल जलस्तर के 215 फुट तक पहुंच जाने के बाद बांध के 62 गेट खोल दिए थे.

नगर के अग्निशमन प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लेगों केा निकालने के लिए नौकाएं तैनात की हैं.



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