पंजाब : हास्य कलाकार ने बनाया मुकाबले को रोचक और त्रिकोणीय

Last Updated 24 Apr 2014 03:09:03 AM IST

पंजाब की संगरूर संसदीय सीट से हास्य कलाकार भगवंत मान के मैदान में उतरने से मुकाबला रोचक और त्रिकोणीय हो गया है.


विजय इंदर सिंगला (कांग्रेस) एवं सुखदेव सिंह ढींढसा (शिअद)

वह आप प्रत्याशी हैं. इस सीट पर कांग्रेस और अकाली-भाजपा गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर रहती थी. इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार भी कांग्रेस के सांसद विजय इंदर सिंगला और अकाली दल के दिग्गज सुखदेव सिंह ढींढसा के बीच कांटे की टक्कर होगी लेकिन ‘आप’ ने चुनाव का माहौल ही बदल दिया है.

कांग्रेस ने राहुल गांधी ब्रिगेड के विजयइंदर सिंगला पर दोबारा भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी दंगल में उतारा है. श्री सिंगला ने हलके में कैंसर अस्पताल और सभी तख्तों के लिए ट्रेन सुविधा सहित कई बड़े प्रोजेक्ट लाकर यहां की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश की है. कांग्रेस की स्टार प्रचारक सोनिया गांधी 26 अप्रैल को बरनाला में रैली करेंगी. पंजाब पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और शिअद (लौंगोवाल) का समर्थन उन्हें प्राप्त है.

\"भगवंतकांग्रेस प्रत्याशी विजय इंदर सिंगला का पुश्तैनी गांव गाजेवास पटियाला जिले में पड़ता है. उनके पिता संत राम सिंगला कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में थे. श्री सिंगला दूसरी बार इस सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उन्होंने अपना पहला चुनाव साल 2009 में लड़ा था और शिअद के दिग्गज नेता सुखदेव सिंह ढींढसा को करीब 40 हजार मतों से हराया था. इस बार चुनाव जीतने के लिए उन्हें नाराज कांग्रेसी विधायकों को साथ लेकर चलना बड़ी चुनौती बन गया है.

शिअद ने अपने  वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींढसा को चुनाव मैदान में उतारा है लेकिन उन्हें भी अपने पार्टी नेताओं के साथ लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है. गांवों में लोग बीपीएल के कार्ड नहीं बनने, किसान गेहूं नहीं खरीदे जाने और शहरी लोग ‘गुंडा टैक्स’ से नाराज हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे सुखदेव सिंह ढींढसा शिअद के महासचिव हैं और चौथी बार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनका पुश्तैनी गांव उभावाल है.

श्री ढींढसा 1989 का लोकसभा चुनाव हार गए थे. इसके बाद 1997 में हलका सुनाम से विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन इसमें भी वह कामयाब नहीं हुए थे. वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर यह सीट शिअद की झोली में डाली. वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस उम्मीदवार श्री सिंगला से पराजित हुए थे. इस बार आम आदमी पार्टी ने दोनों की राहें मुश्किल कर दी हैं.

श्री ढींढसा पंजाब सरकार के विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे हैं. उनके अनुसार राज्य सरकार ने किसानों को मुफ्त बिजली दे रही है और खूब विकास कराया है. हालांकि आप के प्रत्याशी भगवंत मान का कहना है कि पंजाब में सरकारी स्कूल बंद होने के कगार पर हैं तथा नशा व शराब के ठेके हर जगह खुल रहे हैं. पंजाब के नौजवान अपनी जवानी को बचाने के लिए आप को वोट दें ताकि पंजाब को बचाया जा सके. आप प्रत्याशी भगवंत मान प्रसिद्ध कामेडी कलाकार हैं और संगरूर के ही गांव सतौज के हैं.

उन्होंने अपने सियासी करियर की शुरुआत हलका लहरा से 2012 के विधानसभा चुनाव में की थी. वह पीपीपी की टिकट पर चुनाव लड़े थे और कांग्रेस की बीबी राजिंदर कौर भट्ठल से चुनाव हार गए थे. चुनाव हार जाने के बाद दोबारा हलका लहरा में न जाना मान के लिए भारी पड़ रहा है. अपने चुटकीले अंदाज में चुनाव प्रचार के दौरान मान अपने दोनों विरोधियों पर शब्दों के बाण चला रहे हैं और अब की बार अपने लिए लोगों से एक मौका मांग रहे हैं.

संगरूर लोकसभा सीट

संगरूर लोकसभा सीट दो जिलों -संगरूर और बरनाला में बंटी हुई है. इस लोकसभा सीट में कुल नौ विधानसभा हलके हैं. इनमें से पांच पर कांग्रेस और चार पर अकाली दल का कब्जा है. कुल मतदाताओं की कुल संख्या 14 लाख दो हजार तीन सौ दस है जिसमें पुरुष मतदाता-सात लाख 46 हजार 286 तथा महिला मतदाता 6 लाख 56 हजार 024 हैं. पिछले चुनाव में वोटिंग 77 प्रतिशत रही थी.



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