नगालैंड में गफलत में सुरक्षा बलों की गोलीबारी, 14 की मौत

Last Updated 06 Dec 2021 12:44:04 AM IST

नगालैंड के मोन जिले में एक के बाद एक गोलीबारी की दो घटनाओं में सुरक्षाबलों की गोलियों से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य घायल हो गए।


गफलत में सुरक्षा बलों की गोलीबारी, 14 की मौत

पुलिस ने रविवार को बताया कि गोलीबारी की पहली घटना संभवत: गलत पहचान का मामला हो सकती है। इसके बाद हुए दंगों में एक सैनिक की भी मौत हो गई। मोन म्यांमार की सीमा के पास स्थित है, जहां से एनएससीएन-के का युंग ओंग धड़ा अपनी उग्रवादी गतिविधियां चलाता है।

पहली घटना तब हुई जब शनिवार शाम कुछ मजदूर कोयला खदान से पिकअप वैन में सवार होकर गाना गाते हुए घर लौट रहे थे। सेना के जवानों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन-के के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी और इसी गलतफहमी में इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की, जिसमें छह मजदूरों की जान चली गई।

पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि जब मजदूर अपने घर नहीं पहुंचे तो स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में निकले तथा इन लोगों ने सेना के वाहनों को घेर लिया। इस दौरान हुई धक्का-मुक्की व झड़प में एक सैनिक मारा गया और सेना के वाहनों में आग लगा दी गई। इसके बाद सैनिकों द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई गोलीबारी में सात और लोगों की जान चली गई। इसी तरह की एक अन्य घटना में एक और नागरिक की मौत हो गई।

इस घटना के खिलाफ उग्र विरोध और दंगों का दौर रविवार को भी जारी रहा और गुस्साई भीड़ ने रविवार दोपहर को कोन्याक यूनियन और असम राइफल्स कैंप के कार्यालयों में तोड़फोड़ की। नगालैंड सरकार ने एक अधिसूचना के माध्यम से ‘भड़काऊ वीडियो, तस्वीरों या लिखित सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए जिले में मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवाओं के साथ-साथ एक साथ कई एसएमएस करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

अमित शाह ने शोक जताया : गृह मंत्री अमित शाह ने भी शोक प्रकट किया और ट्वीट कर घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी।

सेना ने दिया कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश

सेना ने घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश देते हुए बताया कि इस दौरान एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई और कई अन्य सैनिक घायल हो गए। इसने कहा कि यह घटना और उसके बाद जो हुआ, वह ‘अत्यंत खेदजनक’ है तथा लोगों की मौत होने की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी (कोहिमा) लेफ्टि. कर्नल सुमित के शर्मा ने कहा, ‘उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर इलाके में एक विशेष अभियान चलाए जाने की योजना बनाई गई थी। यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है।’

राज्य सरकार ने SIT गठित की

अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आईजीपी नगालैंड की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वगरें से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। रियो ने ट्वीट किया, ‘मोन के ओटिंग में आम लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है।

भाषा
कोहिमा/गुवाहाटी/नई दिल्ली


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