पुलिसकर्मियों को विदेशों से भी मिल रही धमकियां
कर्नाटक के मेंगलुरु में 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में आयोजित प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए तैनात कई पुलिसकर्मियों को कथित रुप से विदेशों तथा देश के विभिन्न इलाकों के फोन पर धमकियां दी जा रही हैं।
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि विदेशों से इंटरनेट के जरिये पुलिसकर्मियों को धमकियां दी जा रही हैं। विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस कार्रवाई के आकषर्ण का केंद्र रहे एक पुलिसकर्मी को अबतक कई बार फोन पर जान मारने की धमकी दी जा चुकी है जबकि एक पुलिसकर्मी को विदेशों से कई धमकी भरे फोन मिल चुके हैं।
इनमें से कई कॉल विभिन्न थानों के लैंडलाइन फोन पर आ चुके हैं और यहां तक कि पुलिस आयुक्त के कार्यालय के फोन पर भी इस प्रकार के कॉल आ चुके हैं।
पुलिस आयुक्त पी एस हर्ष ने कहा कि पुलिस ने 19 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में अबतक कुल 24 मामले दर्ज किये हैं। इनमें हिंसा से गंभीर रूप से प्रभावित उत्तरी थाना इलाके में दर्ज 10 मामले तथा दक्षिणी थाना में 13 मामले दर्ज किये गये हैं जबकि एक मामला ग्रामीण इलाके से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कुछ और मामले भी दर्ज होंगे।
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के महासचिव रिया फ़ारंगीपेट के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने के बारे में डा. हर्षा ने कहा कि पुलिस के पास हिंसा को उकसाने के ठोस सबूत हैं। पुलिस ने लोगों से ईमेल और व्हाट्सएप्प के जरिये वीडियो एवं फोटो भेजने की अपील करते हुए कहा कि भेजने वालों के नाम गुप्त रखे जायेंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस की अपील के उत्साहवर्धक परिणाम सामने आये हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने वीडियो पुलिस के साथ-साथ सभी मीडिया को भी भेजना चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
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