बंगाल: ममता को बड़ा झटका: तृणमूल के दो विधायक और कई पार्षद भाजपा में शामिल
लोकसभा चुनाव में झटका मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी के लिए इससे बुरी खबर और क्या हो सकती है कि उसके दो और सीपीएम के एक विधायक आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये।
TMC के 3 विधायक और कई पार्षद भाजपा में शामिल |
पश्चिम बंगाल के बीजपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शुभ्रांशु राय और विष्णुपुर से तुषारकांति भट्टाचार्य तथा हेमताबाद से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक देवेन्द्र नाथ राय ने यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के कई पार्षदों ने भी भाजपा में शामिल हो गये। शुभ्राशु राय मुकुल राय के पुत्र हैं जो तृणमूल छोड़कर पहले ही भाजपा में शामिल हो गये थे ।
इस अवसर पर भाजपा के पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलास विजयवर्गीय तथा मीडिया प्रभारी अनिल बलुनी भी उपस्थित थे।
लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा को मिली भारी जीत से राजनीति दलों में अफरा तफरी मची हुयी है।
उल्लेखनीय है कि शुभ्रांशु को उनके उस खुलासे के बाद 24 मई को तृणमूल कांग्रेस से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बैरकपुर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को बीजपुर निर्वाचन क्षेत्र से बढ़त नहीं दिला सकते। बैरकपुर से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने चुनाव जीता है।
भाजपा नेता अनिल बलूनी ने बताया कि पार्टी में शामिल होने वाले अन्य विधायकों में तृणमूल कांग्रेस के तुषारक्रांति भट्टाचार्य और माकपा के देवेन्द्र नाथ राय शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य पार्षद पार्टी में शमिल हुए।
तृणमूल कांग्रेस में सेंध लगाने में मुकुल राय की भूमिका मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में मुकुल राय प्रमुख शिल्पकारों में रहे हैं।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और अन्य भाजपा नेताओं ने दावा किया था कि आम चुनाव खत्म होते ही तृणमूल के लगभग 100 विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। मोदी ने यहां तक कहा था कि तृणमूल के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती जबकि तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 22 पर आ गई। जबकि 2014 में 34 सीटें हासिल करने वाली तृणमूल इस बार 22 सीटों पर सिमट गई।
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